मथुरा। विश्व प्रसिद्ध श्री द्वारकाधीश मंदिर में रामनवमी के दिन 17 अप्रैल से दर्शन के समय में परिवर्तन हो जाएगा। ग्रीष्मकल में सांय कालीन दर्शन में आधे घंटे का बदलाव होता है। शीतकालीन में सांय कालीन दर्शन 6:00 से 7:00 तक होते हैं जबकि ग्रीष्मकल में यह दर्शन 6:30 बजे से 7:30 बजे तक होते हैं।
पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के मंदिर ठाकुर द्वारकाधीश के विधि एवं मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एड के अनुसार मंदिर के गोस्वामी श्री श्री 108 डॉ वागिश कुमार जी महाराज तृतीय पीठाधीश्वर कांकरोली नरेश जी की आज्ञा अनुसार रामनवमी के दिन से ठाकुर जी के दर्शन के समय में परिवर्तन होता है परंतु सुबह की चारों झांकियां में कोई परिवर्तन नहीं होता है।
प्रतिदिन की भांति सुबह मंगला 6:30 से 7:00 बजे तक, 7:40 से 7:55 तक श्रंगार के दर्शन, 8:25 से 8:40 ग्वाल के दर्शन और 10:00 बजे से 11:00 बजे तक राजभोग के दर्शन होंगे। 17 अप्रैल सांयकाल से दर्शन का समय 4:00 बजे से 4:20 तक उद्यापन, 4:45 से 4:55 संध्या भोग, 5:20 से 5:40 संध्या आरती और शयन के दर्शन 6:30 से 7:30 बजे तक होंगे।
वर्तमान में जो समय चल रहा था सांयकालीन उसमें ठाकुर जी के अंतिम शयन दर्शन 6:00 से 7:00 बजे तक होते थे अर्थात कहने का तात्पर्य है कि अब ठाकुर द्वारिकाधीश महाराज अपने भक्तों को सांयकाल 7:30 बजे तक दर्शन देंगे अभी तक 3:30 बजे उद्यापन के दर्शन होते थे अब पहली झांकी सांयकाल 4:00 बजे से खुलेगी और यह कम देवउठान एकादशी तक निरंतर रूप से चलता रहेगा। देवउठान एकादशी से दर्शन के समय परिवर्तित हो जायेगा।

















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