मथुरा । वृंदावन कुंभ मेले में जिला प्रशासन की नाकामी को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के लोग धरने पर बैठ गए हैं। भाजपाइयों का कहना है कि जिला प्रशासन के अधिकारी अव्यवस्थाओं से योगी सरकार को बदनाम कर रहे हैं। 9 मार्च के शाही स्नान से पहले भाजपाइयों के धरने से अधिकारियों के माथे पर लकीर खिंच गई है ।
धरने पर बैठे भाजपा नेता प्रदीप गोस्वामी के साथ कार्यकर्ताओं ने भाजपा को बदनाम करने वाले अधिकारियों का नाश हो, आस्था से खिलवाड़ करने वाले अधिकारियों का नाश हो के नारे लगाए। भाजपाइयों का कहना था कि समूचे वृंदावन मथुरा में जाम की स्थिति बनी रहती है। बुजुर्ग लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है कुंभ में 5-6 किलोमीटर कैसे चल पाएंगे जबकि सरकार बुजुर्ग लोगों के लिए व्यवस्थाएं कर रही है। मेले की व्यवस्थाओं के लिए जो समिति बनाई गई है उनकी कोई मीटिंग नहीं की। अधिकारी अपनी मनमर्जी से कार्य कर रहे है। दोपहर डेढ़ बजे तक अधिकारी कैम्प ऑफिस में नहीं आते। अधिकारी कुछ नहीं सुन रहे।
कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक की व्यवस्थाओं को लेकर भाजपाईयों ने शनिवार को वृंदावन कुंभ प्रशासनिक कार्यालय पर प्रदर्शन किया। जमकर अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे मेलाधिकारी को भाजपाईयों ने कुंभ के नाम पर श्रद्धालुओं को बाहर रोके जाने पर आक्रोश जताया। मेला में लोग आने से कतरा रहे हैं।
शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे महानगर के महामंत्री प्रदीप गोस्वामी और नगर अध्यक्ष विनीत शर्मा के नेतृत्व भाजपा कार्यकर्ता प्रशासनिक कैंप पहुंचे। यहां अधिकांश कैंप कार्यालय में बड़े अधिकारी नहीं मिले। इस पर भाजपाईयों ने प्रदर्शन आरंभ कर दिया। नारेबाजी करने लगे। धरने पर बैठ गए। मेलाधिकारी नगेंद्र प्रताप स।हित डीएम, एसएसपी को भी इसकी सूचना दी गई।
करीब एक घंटे बाद मेला कार्यालय पहुंचे मेलाधिकारी नगेंद्र प्रताप ने सीएफओ प्रमोद कुमार शर्मा की मौजूदगी में भाजपाईयों से वार्ता की। उनके साथ एडीएम सतीश चंद्र और एसडीएम क्रांतिशेखर भी साथ रहे। नगर अध्यक्ष विनीत शर्मा और महामंत्री प्रदीप गोस्वामी, राजू यादव ने बताया कि मेला की किलेबंदी कर दी गई है। इस किलेबंदी से लोग मेला में आने के इच्छुक नहीं हैं। मेला का प्रचार नकारात्मक हो रहा है।इससे आम लोगों की मेला में मौजूदगी निरंतर कम ही है। मेला के सांस्कृतिक पंडाल में अच्छे कलाकारों की प्रस्तुतियां हो रही हैं, लेकिन उन्हें देखने वाला कोई नहीं है। कलाकार ज्यादा है दर्शक कम हैं। यातायात व्यवस्था में मनमानी हो रही है। नगर के बाहर ही सब रोक दिए गए हैं। बुजुर्गों को भी आम आदमी की भांति बाहर ही रोका जा रहा है। मेला क्षेत्र में बुजुर्ग और बच्चों को ई रिक्शा से नहीं आने दिया जा रहा है। इन व्यवस्थाओं के चलते कौन आना चाहेगा कुंभ देखने। व्यवस्थाओं के लिए बनाई गई अधिकांश कमेटियों की बैठक ही नहीं हुई हैं। इस पर मेलाधिकारी ने तत्काल सुधार का भरोसा दिया।
इस मौके पर गजेंद्र चौधरी, राजपाल चौधरी, कुंज बिहारी चतुर्वेदी, सुमित वर्मा, प्राण बल्लभ दुबे, जितेंद्र वार्ष्णेय, अभिषेक मिश्रा, राजीव तिवारी, गोलू पंडित, घनश्याम जादोन, सुमित गौतम, मुन्नालाल निषाद, हेमंत भारती, रसिक बल्लभ, राहुल अधिकारी, पंकज अरोड़ा, राहुल रजावत, डॉ व्यास, योगेंद्र पुंडीर आदि मौजूद रहे।