मथुरा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर कान्हा की नगरी को नई नवेली दुल्हन की तरह सजाया गया है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान को बिजली के रंग बिरंगे प्रकाश से इस प्रकार सजाया गया है कि उसके अन्दर स्थित मन्दिर और भवन देखते ही बन रहे हैं। मथुरा वृंदावन नगर निगम के आयुक्त शशांक चौधरी का कहना है कि महानगर के सभी प्रमुख चौराहा तिराहों सड़क मार्ग यमुना पुल यमुना घाट क्षेत्र को आकर्षक ढंग से सजाया गया है ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को कान्हा के जन्मोत्सव की सुखद अनुभूति हो सके।
उधर जिला प्रशासन ने इस पर्व पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं तथा चप्पे चप्पे पर पुलिस लगा दी गई है। जेबकटी जंजीर खींचने और फोन चुराने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रमुख मन्दिरों में सादा वर्दी मे पुलिसकर्मी लगा दिए गए हैं। जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिह ने बताया कि सुरक्षा से समझौता किये बिना इस प्रकार की व्यवस्था की गई है कि किसी भी तीर्थयात्री को दर्शन करने में असुविधा न हो। मथुरा वृन्दावन के प्रवेश मार्गों पर वाहन पार्किंग बनाकर शहर में होनेवाले जाम को रोकने का प्रयास किया गया है।
उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश तथा जिला प्रशासन नगर निगम के संयुक्त सहयोग से यहां के प्रमुख चौराहों को इस प्रकार रंग बिरंगे प्रकाश से सजाया गया है कि चौराहों की शक्ल सूरत बदल गई है। चौराहों पर सुंदर रंग बिरंगे कपड़े एवं झालर की सजावट ने इतना भव्य बना दिया है कि यहां आनेवाले हर तीर्थयात्री को दूर से ही पता चल जाता है कि वह कान्हा की नगरी में जन्माष्टमी पर आया है। बड़े बुजुर्गों का कहना है कि ऐसी सजावट इससे पूर्व कभी नही हुई। जन्माष्टमी पर बाजार में कूटू और सिंघाडे़ के आटा के पकवानो की भरमार हो गई है।
इस बार ब्रज के प्रमुख मन्दिरों में दो अलग अलग दिनो में जन्माष्टमी मनाई जा रही है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान द्वारकाधीश मन्दिर, उत्तर को दक्षिण से जोड़ने वाले वृन्दावन के रंग जी मन्दिर प्राचीन केशवदेव मन्दिर वृन्दावन के राधाश्याम सुन्दर मन्दिर गोवर्धन दानघाटी मन्दिर और चौरासी खंभा मन्दिर महावन में न केवल बहुत अच्छी सजावट की गई है बल्कि अभिषेक तथा अन्य कार्यक्रमो को अंतिम रूप दिया जा रहा है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मन्दिरो में प्रवेश के लिए अभी से लम्बी लम्बी लाइने लगी हुई हैं। तीर्थयात्रियों की गोवर्धन में सप्तकोसी परिक्रमा करने की होड़ लगी हुई है। बिहारी जी मंदिर वृंदावन में 27 को मनाए जाएगी जन्माष्टमी।
वृन्दावन के राधा श्याम सुन्दर मन्दिर में जन्माष्टमी पर अखंड हरिनाम संकीर्तन की तैयारिया हो रही हैं। इस मन्दिर के सेवायत आचार्य ने बताया कि यह संकीर्तन सोमवार को दिन भर चलेगा तथा श्रद्धालुओं को जन्म के दर्शन रात 11 बजे से 2 बजे तक होंगे और अभिषेक के बाद सभी भक्तों में चरणामृत का वितरण किया जाएगा। इस मन्दिर में सोमवार की आधी रात बाद चार बजे मंगला के दर्शन होंगे।
मथुरा में तीर्थयात्रियों का आकर्षण प्राचीन श्री द्वारकाधीश मन्दिर भी होता है। शहर के बीचोबीच स्थित होने के कारण इस मन्दिर में तीर्थ यात्रियों का जमघट लगा रहता है। मन्दिर के जनसंपर्क अधिकारी एवं कानूनी सलाहकार राकेश तिवारी ने बताया कि इस मन्दिर में जन्माष्टमी की शुरूवात प्रातः शहनाई और वंशी वादन से होती है। प्रातः अभिषेक का चरणामृत लेने के लिए एक प्रकार से पुराना शहर उमड़ पड़ता है। ब्रजवासी तो कान्हा के मुरीद हैं इसलिए कोई जन्माष्टमी को घर के लाला की तरह मनाता है तो कोई सखा के रूप में मनाता है तो बुजुर्ग लोग इन्हें आराध्य देव की तरह मनाते हैं । बच्चे न केवल आकर्षक झांकियां सजाते हैं बल्कि इस पावन अवसर पर हर घर एक मन्दिर बन जाता है। जगह जगह भंडारे के आयोजन किये जारहे है।