– उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान से निकाली लोक कलाकारों की शोभायात्रा
– उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकारों की प्रस्तुति से ब्रज में दिखा लोक संस्कृति का संगम
मथुरा। ब्रज में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उल्लास सिर चढ़कर बोल रहा है। कन्हैया के दर्शन को मथुरा आए लोग अद्भुत आनंद का अहसास कर रहे हैं। इस भक्ति आनंद में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा निकाली गई शोभायात्रा ने कन्हैया की जन्मस्थली में लोक संस्कृति के रंग भर दिए।
रविवार को श्रीकृष्ण जन्म स्थान के मुख्य द्वार पर विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकारों की शोभायात्रा 5251वें श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष में निकाली गई। शोभायात्रा का शुभारंभ जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह एसएसपी शैलेश पांडेय उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर डिप्टी सीईओ सतीश चंद्र श्रीकृष्ण जन्मस्थान सचिव कपिल शर्मा गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने किया।
शोभायात्रा में सबसे पहले हरियाणा से आई नगाड़ा बजाते कलाकरों की टोली चल रही थी। नगाड़ों की गूंजती आवाज आसपास के वातावरण को गुंजायमान करती रही। शोभायात्रा में कहीं बीन की धुन सुनने को मिली तो कहीं उज्जैन के डमरू की आवाज लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती रही। झांसी की महिला कलाकारों की टोली के राई नृत्य ने समां बांध दिया। एक ही वेशभूषा में महिलाओं की नृत्य प्रस्तुति ने राह चलते लोगों को रुकने के लिए मजबूर कर दिया। बांदी कुई के बहरूपिया लोगों को हसाते हुए निकले। कामर के बम रसिया और राधाकुंड से आई टोली का संकीर्तन ने शोभायात्रा में भक्ति के रंग भर दिए। मान मंदिर बरसाना से बालिकाओं की टोली राधे के उच्च स्वरों के साथ नृत्य करते हुए अद्भुत नजारा प्रस्तुत कर रही।
ब्रज के कलाकर रास रसिया गायन करते हुए शोभायात्रा की शोभा बने। इस तरह उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा आयोजित शोभायात्रा ने कन्हैया की जन्मभूमि में लोक संस्कृति का संगम बनी। जहां विविध वेशभूषा में कलाकारों की अनेक टोलियां ने श्रीकृष्ण जंमस्थान के साथ शहर के एक बड़े हिस्सा में लोक संस्कृति की झलक प्रस्तुत की।