वृंदावन। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विश्व प्रसिद्ध बाँके बिहारी मंदिर के अधिग्रहण और प्रस्तावित न्यास के विरोध में वृन्दावन के गोस्वामी समाज, व्यापारी और मूल ब्रजवासियो द्वारा विगत 12 दिनों से विरोध प्रदर्शन जारी है। पीड़ित गोस्वामी समाज, व्यवसायी और अन्य पीड़ित पक्षो द्वारा इसे वृन्दावन सहित ब्रज के मूल स्वरुप और संस्कृति पर कुठाराघात बताया है
इसी कड़ी में रविवार को अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित समाज के मुख्य संरक्षक महेश पाठक ने बाँके बिहारी मंदिर के गोस्वामी समाज व मथुरा, गोकुल, महावन, गोवर्धन सहित सभी मुख्य मंदिरो के सेवायतो के साथ संयुक्त रूप से पत्रकारों से वार्ता की।
श्री पाठक ने सरकार से जिद छोड़कर वृन्दावन के विकास और भीड़ नियंत्रण के लिए स्थानीय लोगो से सकरात्मक वार्ता कर रास्ता निकाले जाने की बात की |पत्रकार द्वारा ब्रज विकास के सम्बन्ध में पूछे गए सवाल पर कहा कि जब ब्रज के विकास के लिए सरकार ने ब्रज तीर्थ विकास परिषद् का गठन किया जिसके अध्यक्ष खुद मुख्य्मंत्री योगी आदित्यनाथ है तो न्यास के रूप में नये अध्यादेश का क्या औचित्य है। उन्होंने कहा कि हम विकास के विरोधी नहीं हैं लेकिन संबिधान के अनुच्छेद 25 व 26 के तहत मंदिरो में पूजा के अधिकार विरोधी न्यास या अन्य किसी प्रक्रिया का विरोध करते है। उन्होंने सरकार से मांग की सरकार वृन्दावन की घनी आवादी से दूर ब्रज क्षेत्र में 25 एकड़ ज़मीन का आवंटन करें जिससे बाँके बिहारी जी का भव्य मंदिर बने ताकि तीर्थयात्रियों को आरामदायक दर्शन हो सके और वृन्दावन की कुंज गली और बृन्दावन के पौराणिक महत्व का संरक्षण भी सम्भव हो। उन्होंने बताया कि तीर्थ पुरोहित महासभा वृन्दावन के मूल स्वरुप की रक्षा और मंदिरो के सेवायतो के पूजा अर्चना के मौलिक अधिकार के किसी भी अतिक्रमण के खिलाफ है। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा हमेशा पीड़ित पुरोहित / सेवायत के साथ खड़ी है। इसी कड़ी में उन्होंने बताया कि गोस्वामी समाज के समर्थन में आगामी 4 जुलाई को वृन्दावन में महासभा का एक दिवसीय अधिवेशन आयोजित किया जायेगा जिसमे प्रयागराज, वाराणसी, रामेश्वरम, बैधनाथ धाम समेत 90 से ज्यादा तीर्थो के प्रतिनिधि भाग लेकर सरकार के इस तानाशाही कदम का विरोध करेंगे ।
इस दौरान राकेश चतुर्वेद (एडवोकेट) माथुर चतुर्वेद परिषद के महा मंत्री संजय चतुर्वेदी- सेवायत यमुना मंदिर विश्राम घाट मनोज शर्मा एल.एन. कौशिक गोवर्धन सेवायत महावन से कृष्णकुमार दीक्षित (गुड्डू भैया) गोकुल से भीकू भैया नंदगाँव से सुशील गोस्वामी हरिमोहन गोस्वामी बरसाना से डॉ. यज्ञपुरुष गोस्वामी विनोद चतुर्वेदी एवं तुलसी स्वामी बाँके बिहारी मंदिर के सेवायत गोपेश गोस्वामी गोपी गोस्वामी श्रीनाथ गोस्वामी रजत गोस्वामी हिमांशु गोस्वामी मयूर गोस्वामी मनोज गोस्वामी अंकित गोस्वामी तुषार गोस्वामी आकाश गोस्वामी आदि मौजूद रहे।