नई दिल्ली । तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शनिवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सुबह पहले कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर गए। वहां पर उन्होंने भगवान का आशीर्वाद लिया और उसके बाद में सीधे राजघाट जाकर बापू की समाधि पर नमन किया।
शनिवार सुबह 11:25 बजे मनीष सिसोदिया राउज एवेन्यू स्थित आम आदमी पार्टी कार्यालय पहुंचे। उनके आने की सूचना मिलते ही समर्थक दफ्तर के अंदर जमा हो गए। पार्टी कार्यालय में सुबह से ही मेरा रंग दे बसंती चोला गीत साउंड बॉक्स के जरिए बजाया जा रहा था। दोपहर ठीक 12 बजे मनीष सिसोदिया ने मंच पर आए उन्होंने कार्यकर्ताओं से नारे लगवाए, भ्रष्टाचार का एक ही काल केजरीवाल, केजरीवाल। सिसोदिया बोले इस देश में केजरीवाल का नाम ईमानदारी का प्रतीक बन गया है। भाजपा ने केजरीवाल की ईमानदारी की छवि को बिगाड़ने की कोशिश की है।
लेकिन भ्रष्टाचार का एक ही काल केजरीवाल है। जेल में 17 महीने में इन आंसुओं ने ही मुझे ताकत दी है। जब जेल गया था, तब उम्मीद थी 7-8 महीने में बाहर आ जाऊंगा, लेकिन 17 महीने लग गए। मेरे ऊपर संजय सिंह के ऊपर ऐसे धाराएं लगाई गईं, हमें जेल में सड़ाने के लिए, लेकिन बजरंगबली का आशीर्वाद है, आज बाहर हूं। केजरीवाल के जेल में बंद होने पर सिसोदिया ने कहा, हम तो रथ के घोड़े हैं, असली साथी जेल में बंद हैं, वह जल्दी बाहर आएंगे। वह बजरंगबली की कृपा से बाहर आएंगे।
अपने संबोधन में सिसोदिया ने बाबा साहेब और सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा उन वकीलों का भी शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने कोर्ट के धक्के खाकर हमें बाहर निकाला, मेरे लिए सिंघवी साहेब भगवान स्वरूप हैं। उन्होंने अदालत के सामने भाजपा के झूठ का पर्दाफाश किया। 17 महीने जेल में रहने के दौरान क्या किया? इस पर सिसोदिया ने कहा कि इस स्टेज के एक चौथाई हिस्से में बने जेल के कमरे में मैंने दिन-रात बिताए। मैं ताे जंतर-मंतर पर अखबार बिछाकर सोया, मुझे कोई तकलीफ नहीं हुई, लेकिन तब दर्द होता जब बाहर मेरे कार्यकर्ताओं को यहां पीटा जा रहा था, जिस मिट्टी पर भगत सिंह के पसीने की बूंदें गिरी हैं, वहां हम जैसे कार्यकताओं को ईडी-सीबीआई जैसे तोता मैना क्या तोड़ पाएंगी।
हमारे साथियों को तोड़ने की कोशिश हुई, लेकिन मुझे फख्र है भाजपा साथियों को नहीं तोड़ पाई। जेल में 300 के करीब किताबें पढ़ीं, 2-3 दिन में एक किताब खत्म कर देता था। मैं जेल में गीता लेकर गया था, मेरे अंदर कई सवाल उठते, थे सबका जवाब मुझे गीता में मिला। मैंने दुनिया के एजूकेशन सिस्टम के बारे में कई किताबें पढ़ीं। भारत को 2047 को विकसित राष्ट्र बनाना है तो बिना बच्चों को बेहतर शिक्षा दिए विकसित राष्ट्र नहीं बनाया जा सकता। बुरे वक्त में चट्टान बने रहे नेता, कार्यकर्ता को सलाम है। मुझे खुशी है केजरीवाल का कुनबा बिखरा नहीं है।
मनीष सिसोदिया ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे आज अभी से भाजपा को हटाने के लिए जुट जाएं। वह बोले कि खून-पसीना बहाने के लिए बाहर आए हैं। आज से सबको लगना है दिल्ली और देश के एक-एक आदमी को कहना चाहता हूं कि वो तानाशाही के खिलाफ वोट करें। भाजपा का नाम लेते हुए कहा जेल से क्यों डराते हो, हम तो जान दे देंगे। हम बच्चों को बेहतर शिक्षा, लोगों को स्वास्थ्य सेवा देने के लिए हम अपनी जान देने के लिए तैयार हैं।