• About Us
  • Contact Us
  • Epaper
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
Rajpath Mathura
  • Home
  • ताज़ा ख़बरें
  • ट्रेंडिंग न्यूज़
  • राष्ट्रीय
  • अन्तराष्ट्रीय
  • राज्य
  • मथुरा
  • राजनीति
  • खेल
  • मनोरंजन
  • धर्म
  • टेक्नोलॉजी
  • लेख/सम सामयिकी
  • राशिफल
  • English News
  • Home
  • ताज़ा ख़बरें
  • ट्रेंडिंग न्यूज़
  • राष्ट्रीय
  • अन्तराष्ट्रीय
  • राज्य
  • मथुरा
  • राजनीति
  • खेल
  • मनोरंजन
  • धर्म
  • टेक्नोलॉजी
  • लेख/सम सामयिकी
  • राशिफल
  • English News
No Result
View All Result
Rajpath Mathura
No Result
View All Result
Home लेख/सम सामयिकी

सिरफिरे ट्रूडो तो गए, क्या अब भारत- कनाडा संबंध सुधरेंगे

Rajpath Mathura by Rajpath Mathura
in लेख/सम सामयिकी
0
सिरफिरे ट्रूडो तो गए, क्या अब भारत- कनाडा संबंध सुधरेंगे
0
SHARES
18
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

राजनयिक मर्यादाओं और अंतरराष्ट्रीय मर्यादाओं को ताक पर रखने वाले और खालिस्तानी समर्थक कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सत्ताधारी लिबरल पार्टी के नेता पद और प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है या उन्हें ऐसा करने पर मजबूर कर दिया गया। ट्रूडो एक नंबर के गैर- जिम्मेदार प्रधानमंत्री के रूप में याद रखे जाएंगे। वे खुलकर खालिस्तानी तत्वों का समर्थन करने के अलावा भारत के आतंरिक मामलों में भी लगातार हस्तक्षेप करते रहे।

ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता का बिना किसी सबूत के बेशर्मी से आरोप भी लगाया। ट्रूडो के प्रधानमंत्रित्व काल में कनाडा में खालिस्तानी तत्व अति सक्रिय हो गए और खुलकर भारत विरोधी उत्पात मचाया। ये भारत को फिर से खालिस्तान आंदोलन की आग में झोंकना चाहते थे। कनाडा की ओंटारियो विधानसभा ने 2017 में 1984 के सिख विरोधी दंगों को सिख नरसंहार और सिखों का राज्य प्रायोजित कत्लेआम करार देने वाला एक प्रस्ताव भी पारित किया था। ये सब गंभीर आरोप के मामले थे। इस तरह की हरकतों से साफ था कि कनाडा में भारत के शत्रुओं को ट्रूडो सरकार का खुला समर्थन मिला हुआ था। कनाडा में खालिस्तानियों के जड़े जमाने का सबसे पहले सुबूत मिला था कनिष्क विमान हादसे के रूप में। मांट्रियाल से नई दिल्ली जा रहे एयर इंडिया के विमान कनिष्क को 23 जून 1985 को आयरिश हवाई क्षेत्र में उड़ते समय, 9, 400 मीटर कीऊंचाई पर, बम से उड़ा दिया गया था और वह अटलांटिक महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उस भयानक हादसे में 329 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक ही थे। ट्रूडो को भारत सरकार ने बार-बार कहा कि वे अपने देश में खालिस्तानियों को कसे। पर मजाल है कि ट्रूडो ने कोई इस संबंध में कोई कदम उठाया हो।

भारत-कनाडा संबंधों ने सितंबर 2023 में गंभीर मोड़ ले लिया था, जब ट्रूडो ने दावा किया था कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियों के पास भारतीय सरकार के एजेंटों को निज्जर की हत्या से जोड़ने वाले विश्वसनीय सुबूत हैं। भारत ने उन दावों को “बेतुका और राजनीति से प्रेरित” बताया था। भारत मानता है कि निज्जर एक घोर आतंकवादी था। वह पंजाब में 2007 के सिनेमाघर बम विस्फोट और 2009 में सिख नेता रुलदा सिंह की हत्या में शामिल था। भारत के बार-बार अनुरोधों पर भी खालिस्तानियों को प्रत्यर्पित करने में कनाडा की विफलता ने इस धारणा को बढ़ावा दिया है कि कनाडा में भारत विरोधी ताकतों को खाद-पानी मिल रहा है।

जस्टिन ट्रूडो साल 2018 में भारत यात्रा पर आए थे। वे अमृतसर से लेकर आगरा और मुंबई से लेकर अहमदाबाद का दौरा करने के बाद जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले तो मोदी जी ने कायदे से बता दिया था कि “भारत धर्म के नाम पर कट्टरता तथा अपनी एकता, अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता नहीं करेगा। ”

कनाडा में ट्रूडो की सरकार हिन्दुओं के हित सुरक्षित रखने में पूरी तरह से नाकाम रही। वहां पर मंदिरों को लगातार निशाना बनाया जाता रहा। कनाडा में मंदिरों पर हमलों की घटनाओं में आमतौर पर मंदिरों में तोड़फोड़, धार्मिक प्रतीकों को नुकसान पहुंचाना या स्प्रे पेंट करना शामिल होता है। कुछ मामलों में, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली सामग्री भी लिखी गई है। जाहिर है, कनाडा में हिंदू समुदाय इन हमलों से गंभीर रूप से चिंतित है। वे सरकार से इन हमलों की जांच करने और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की मांग कर रहे हैं। कनाडा सरकार ने इन हमलों की औपचारिक निंदा तो की है और कहा है कि वह धर्म के आधार पर किसी भी प्रकार के भेदभाव को बर्दाश्त नहीं करेगी। लेकिन, कोई भी दोषी पकड़े नहीं गए। ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है कि हमलों के पीछे खालिस्तानी शामिल थे। कहने को कनाडा एक बहुसांस्कृतिक देश है। सरकार सभी धर्मों के लोगों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध बताई जाती है। पर हकीकत में ट्रूडो के काल में वहां की सरकार खुलकर भारत और हिन्दू विरोधी बनकर उभरी।

आपको याद होगा कि ट्रूडो भारत के किसानों के हित में बेवजह बयानबाजी करने लगे थे। जब किसानों ने अपनी मांगों के हक में दिल्ली में डेरा जमाया हुआ था तब ट्रूडो भारतीय किसानों के पक्ष में बोल रहे थे। इस मामले में ट्रूडो को बोलने का हक किसने दिया था। ट्रूडो कह रहे थे कि “कनाडा दुनिया में कहीं भी किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकारों की रक्षा के लिए खड़ा रहेगा। ” क्या कनाडा को हमारे घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करने का किसीने अधिकार दिया था? एक बात साफ है कि किसी देश को दूसरे देश के आंतरिक मामलों में तभी बोलना चाहिए जब मानवाधिकारों का हनन हो रहा हो। सभी देशों को मानवाधिकारों की रक्षा करने की जिम्मेदारी है और जब कोई देश ऐसा करने में विफल रहता है, तो अन्य देशों को हस्तक्षेप करने का अधिकार है। अगर बात मानवाधिकारों से हटकर हो तो किसी देश को दूसरे देश के आंतरिक मामलों में कभी भी नहीं बोलना चाहिए। प्रत्येक देश को अपनी सरकार चुनने का अधिकार है और अन्य देशों को इस चुनाव में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।

उम्मीद है कि कनाडा में ट्रूडो की विदाई के बाद दोनों देशों के रिश्ते फिर से पटरी पर आने लगेंगे। भारत और कनाडा के बीच संबंधों का पुराना इतिहास है। कनाडा ने 1947 में भारत की स्वतंत्रता को मान्यता दी और दोनों देशों ने 1947 में ही आपसी राजनयिक संबंध स्थापित किए। दोनों देश राष्ट्रमंडल के सदस्य हैं और साझा मूल्यों और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को साझा करते हैं। भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि हुई है, जिसमें ऊर्जा, कृषि, प्रौद्योगिकी और सेवाओं जैसे क्षेत्र शामिल हैं। दोनों देश व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर भी बातचीत कर रहे हैं, ताकि व्यापार और निवेश को और बढ़ावा दिया जा सके। इसके अलावा, कनाडा में भारतीय छात्रों की एक बड़ी संख्या है, और दोनों देशों के बीच शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ रहा है। दोनों देशों के बीच विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार और अनुसंधान में सहयोग बढ़ रहा है। दोनों देश संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जलवायु परिवर्तन, सतत विकास और वैश्विक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर सहयोग करते हैं। ऐसी स्थिति में आपसी तनावपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देना तो दोनों देशों के लिये नुकसानदायक ही होगा।

Previous Post

प्राण प्रतिष्ठा वर्षगांठ: अयोध्या में आज से शुरू होगा तीन दिन का उत्सव, बदली गई मंदिर में दर्शन व्यवस्था

Next Post

घट रही आर्थिक विकास दर

Rajpath Mathura

Rajpath Mathura

Next Post
घट रही आर्थिक विकास दर

घट रही आर्थिक विकास दर

  • Trending
  • Comments
  • Latest
मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण लॉन्च कर रहा है दो नई आवासीय योजना

मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण लॉन्च कर रहा है दो नई आवासीय योजना

March 6, 2024
वृंदावन में हुए हादसे के लिए मकान मालिक है जिम्मेवार, होगी एफ आई आर ,डीएम ने की जांच समिति गठित

वृंदावन में हुए हादसे के लिए मकान मालिक है जिम्मेवार, होगी एफ आई आर ,डीएम ने की जांच समिति गठित

August 16, 2023
मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण ने लॉन्च की हनुमत विहार आवासीय योजना

मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण ने लॉन्च की हनुमत विहार आवासीय योजना

July 3, 2024
ई- लाटरी से तय होगा वृंदावन में किसे मिलेगा विकास प्राधिकरण का प्लाट, जून में शुरू हो जायेंगे रजिस्ट्रेशन

ई- लाटरी से तय होगा वृंदावन में किसे मिलेगा विकास प्राधिकरण का प्लाट, जून में शुरू हो जायेंगे रजिस्ट्रेशन

May 17, 2024

बच्चे देश – प्रदेश के भविष्य, सभी सरकारी सुविधा उपलब्ध कराये प्रशासन : डा देवेन्द्र

23353

हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से परिक्रमार्थी झुलसे , युवक की मौत आधा दर्जन घायल

9637

राया में किशोरी को भगा ले जाने वाले आरोपी युवक की गिरफ्तारी न होने पर हिंदूवादी संगठनों में उबाल

5120

नौहझील : लड़की को बिटौरा में जिन्दा जलाकर मार डालने की चर्चा

5054
बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर: महिलाओं ने ‘सोहनी सेवा’ से जताया विरोध

बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर: महिलाओं ने ‘सोहनी सेवा’ से जताया विरोध

July 3, 2025
मथुरा के माया टीला प्रकरण मामले में मुख्य आरोपी सुनील चैन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत लगी रासुका

मथुरा के माया टीला प्रकरण मामले में मुख्य आरोपी सुनील चैन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत लगी रासुका

July 3, 2025
मथुरा फैशन रनवे नाइट ने जीता सभी का  दिल

मथुरा फैशन रनवे नाइट ने जीता सभी का दिल

July 2, 2025
बिहारीजी कॉरिडोर के समर्थन में आई मथुरा की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन

बिहारीजी कॉरिडोर के समर्थन में आई मथुरा की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन

July 2, 2025

Recent News

बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर: महिलाओं ने ‘सोहनी सेवा’ से जताया विरोध

बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर: महिलाओं ने ‘सोहनी सेवा’ से जताया विरोध

July 3, 2025
मथुरा के माया टीला प्रकरण मामले में मुख्य आरोपी सुनील चैन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत लगी रासुका

मथुरा के माया टीला प्रकरण मामले में मुख्य आरोपी सुनील चैन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत लगी रासुका

July 3, 2025
मथुरा फैशन रनवे नाइट ने जीता सभी का  दिल

मथुरा फैशन रनवे नाइट ने जीता सभी का दिल

July 2, 2025
बिहारीजी कॉरिडोर के समर्थन में आई मथुरा की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन

बिहारीजी कॉरिडोर के समर्थन में आई मथुरा की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन

July 2, 2025

Rajpath Mathura

Rajpath Mathura

Follow Us

Browse by Category

  • English News
  • Uncategorized
  • अन्तराष्ट्रीय
  • उत्तर प्रदेश
  • खेल
  • टेक्नोलॉजी
  • ट्रेंडिंग न्यूज़
  • ताज़ा ख़बरें
  • धर्म
  • पर्यटन
  • मथुरा
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • राज्य
  • राशिफल
  • राष्ट्रीय
  • लेख/सम सामयिकी
  • स्वास्थ्य
4162182
Views Today : 5521

Contact Info

Address : दैनिक राजपथ, गली शहीद भगत सिंह जनरल गंज
मथुरा -281001( यूपी)

Contact Number : 9412661665, 8445533210

Email : danikrajpath@gmail.com
Pawan_navratan@yahoo.com
drajpathmathura@rediffmail.com

  • About Us
  • Contact Us
  • Disclaimer
  • Home
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • राशिफल

© 2020 Rajpath Mathura | All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • ताज़ा ख़बरें
  • ट्रेंडिंग न्यूज़
  • राष्ट्रीय
  • अन्तराष्ट्रीय
  • राज्य
  • उत्तर प्रदेश
  • मथुरा
  • राजनीति
  • खेल
  • मनोरंजन
  • धर्म
  • टेक्नोलॉजी
  • लेख/सम सामयिकी
  • राशिफल
  • English News
  • About Us
  • Contact Us
  • Epaper

© 2020 Rajpath Mathura | All Rights Reserved