मथुरा। फर्जी मुकदमे में मथुरा के प्रतिष्ठित सराफा व्यवसाई को गिरफ्तार करने आई पंजाब पुलिस को व्यापारियों के विरोध के चलते बैरंग लौटना पड़ा। स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई है । जनपद के प्रतिष्ठित पीके ज्वेलर्स के स्वामी प्रवीण अग्रवाल ने लुधियाना निवासी ज्ञानेंद्र सूद और उसके भाई योगेश्वर सूद के खिलाफ कोतवाली मथुरा में धोखाधड़ी,अमानत में ख्यानत की एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में मथुरा पुलिस ने न्यायालय से जारी गैर जमानती वारंट के आधार पर लुधियाना जाकर एक अभियुक्त योगेश्वर सूद को गिरफ्तार कर लिया जबकि उसका भाई ज्ञानेंद्र सूद वहां से फरार हो गया।
उधर गिरफ्तार जालसाज योगेश्वर के बड़े भाई ज्ञानेंद्र सूद ने मोर्चा बंदी के तहत थाना सदर लुधियाना पंजाब में प्रवीण अग्रवाल प्रभात अग्रवाल आदि के विरुद्ध एक फर्जी मुकदमा लिखा दिया जिसकी परिणति में लुधियाना पंजाब से पुलिस पार्टी आज मथुरा आई। पंजाब पुलिस पीके ज्वेलर्स पर मौजूद प्रवीण अग्रवाल को जबरन बलपूर्वक ले जाने लगी तो वहां काफी संख्या में व्यापारी एकत्रित हो गए स्थिति बिगड़ती देख पंजाब पुलिस प्रवीण को कोतवाली ले गई। इस बीच कोतवाली पर सर्राफा व्यवसाई और व्यापारी नेता पहुंच गए। पंजाब पुलिस को बताया गया कि सूद ने फर्जी मुकदमा पंजीकृत कराया है आप बिना जांच करें कोई गिरफ्तारी नहीं कर सकते हैं। मथुरा पुलिस ने पंजाब पुलिस से आपत्ति जताई कि बिना स्थानीय पुलिस को सूचना के दुकान पर नहीं जाना चाहिए यदि मौके पर कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो जाती तो कौन जिम्मेदार होता । चारों तरफ से अपने को घिरता देख पंजाब पुलिस टीम के हाथों से तोते उड़ गए और वह प्रवीण अग्रवाल को सुपुर्दगी में देकर बैरंग लुधियाना लौट गई। इस बीच प्रवीण सहित कुछ लोगों के लुधियाना पुलिस ने बयान दर्ज किए हैं।
इस संबंध में कोतवाली प्रभारी सूरज प्रकाश शर्मा ने राजपथ को बताया कि पंजाब पुलिस के आने की सूचना उनको न्यायालय में मिली तो वह तत्काल कोतवाली आए। उन्होंने वहा से आए इंस्पेक्टर से बिना सूचना के कार्रवाई करने पर नाराजगी जताई।