मथुरा, (राजपथ मथुरा ब्यूरो)। जिले मथुरा सभी निजी हास्पिटल से कोविड-19 वैक्सीन को सीएमओ ने वापस मंगा लिया है। अब निजी हास्पिटल तभी टीका लगा सकेंगे, जब कंपनी उन्हें मुहैया करा सकेगी। अभी तक जिले के 22 निजी हास्पिटल को सीएमओ की ओर से वैक्सीन मुहैया कराई जा रही थीं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से दौड़ लगा रही है, जिस पर नियंत्रण पाने के लिए टीकाकरण को रामबाण बताया जा रहा है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के 22 निजी हास्पिटल को टीकाकरण करने के लिए वैक्सीन मुहैया कराई गई थी। वह 250 रुपये में एक टीका लगा रहे थे लेकिन 30 अप्रैल को सीएमओ कार्यालय की ओर से सभी निजी हास्पिटल को साफ निर्देश जारी कर दिए गए थे कि वह एक मई से कोई टीका नहीं लगाएंगे। उनके पास जितनी वैक्सीन बची है, उसे वह सीएमओ कार्यालय को वापस कर दें। बताते चलें कि जिले में अभी तक 1.73 लाख से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है। इनमें अभी तक फ्रंटलाइन वर्कर, हेल्थ वर्कर के साथ 45 वर्ष पूरी कर चुके महिला पुरुष शामिल हैं। एक मई से 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके युवाओं को भी टीकाकरण होना था, लेकिन शासन से गाइड लाइन न मिलने की वजह से अभी तक स्वास्थ्य अधिकारियों ने टीकाकरण शुरू नहीं किया है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि वैक्सीन तैयार कर रही कंपनियों ने टीका की कीमतों में वृद्धि कर दी है, जबकि पूर्व में यह 250 रुपये के हिसाब से प्रति टीका की कीमत निर्धारित की गई थी। नई दर की वैक्सीन को खुद खरीदकर ही निजी चिकित्सक टीकाकरण कर सकेंगे। अब जो निजी हास्पिटल टीकाकरण करना चाहता है। वह सीधे कंपनी से वैक्सीन खरीदकर टीकाकरण कर सकेगा। सीएमओ कार्यालय की ओर से अब किसी भी निजी चिकित्सक को वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराई जाएगी। जिस निजी हास्पिटल संचालक के पास वैक्सीन थी। उसको वापस मंगा लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार टीकाकरण किया जा रहा है।