बेरूत । इजरायली लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी और पूर्वी लेबनान में हिजबुल्लाह के गढ़ों पर लगभग 60 हवाई हमले किए। लेबनानी मिलिट्री सूत्रों ने बताया कि ‘विमानों ने गुरुवार को हवा से जमीन पर मार करने वाली लगभग 150 मिसाइलें गिराईं।’
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, लेबनानी मिलिट्री सूत्रों ने यह भी बताया कि ‘8 अक्टूबर के बाद से सबसे अधिक हिंसक’ हमले में हताहतों की संख्या और नुकसान का अभी पता नहीं चल पाया है। इजरायली सेना ने कहा कि वायुसेना ने हिज्बुल्लाह के लगभग 1,000 बैरल वाले 100 रॉकेट लांचरों को निशाना बनाया। दोपहर में शुरू हुए हमले कई घंटो तक जारी रहे। इजरायली सेना ने आधी रात से ठीक पहले घोषणा की कि अभियान पूरा हो गया है। इजरायली सेना ने कहा कि वह हिज्बुल्लाह के बुनियादी ढांचे और क्षमताओं को ‘कमज़ोर करने के लिए अभियान जारी रखेगी।’
वहीं लेबनानी सूत्रों ने दावा किया कि दक्षिणी लेबनान से उत्तरी इजरायल में लगभग 50 कत्युशा रॉकेट दागे गए।
यह हमले लेबनान में पेजर और संचार उपकरणों में लगातार दो दिनों तक हुए घातक विस्फोटों के बाद हुए। इन धमाकों में कम से कम 37 मौतें हुईं और 2,931 लोग घायल हुए।
ये घटनाक्रम इजरायल-लेबनान सीमा पर चल रहे संघर्ष के नवीनतम विस्तार को दर्शाते हैं। यह संघर्ष 8 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ था। हिजबुल्लाह ने फिलिस्तीनी आतंकी ग्रुप हमास के समर्थन में इजरायल पर रॉकेट दागे थे। इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए दक्षिण-पूर्वी लेबनान में तोपों से हमला किया और एयर स्ट्राइक भी की।
इस संघर्ष से पहले भी इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच खूनी संघर्ष का लंबा इतिहास रहा है जिसमें दोनों पक्षों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
इस बीच इजरायली सेना ने उत्तरी क्षेत्रों के निवासियों को हिजबुल्लाह की ‘बदले की कार्रवाई’ की संभावना के चलते शेल्टर्स के पास रहने और गैर-जरूरी बाहरी गतिविधियों से बचने का निर्देश दिया है। शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार रात को ऊपरी गलील और कब्जे वाले गोलान हाइट्स के निवासियों से अपील की गई कि वे कम से कम आवाजाही करें, भीड़-भाड़ से बचें और आश्रय स्थलों के नजदीक रहें।