मथुरा। पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के मंदिर ठा. द्वारकाधीश में बुधवार को सांयकाल संध्या आरती के बाद नरसिंह लीला का आयोजन हुआ। यह आयोजन विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी भगवान नरसिंह जी ने हिरण्य कश्यप के अभिमान का दमन किया और भक्त प्रहलाद के कहने पर भगवान नरसिंह जी ने अवतार लिया क्योंकि हिरण्य कश्यप द्वारा भक्त प्रहलाद से कहा कि तेरा भगवान कहां है तो भक्त प्रहलाद के द्वारा कहा गया कि मेरा भगवान सर्वव्यापी है और सभी जगह स्थित है। हिरण्य कश्यप को वरदान मिला हुआ था वह ना अस्त्र से मरेगा ना शस्त्र से मारेगा इसलिए भगवान ने खंबे में से प्रकट होकर अपने नाखूनों से उस का वध किया और इस प्रकार हिरण्य कश्यप के अभिमान का दमन हुआ और भगवान नरसिंह जी ने अवतार लिया इसीलिए उत्सव मनाया जाता है।
इस अवसर पर मंदिर के सभी अधिकारी व कर्मचारियों ने सहयोग किया और उसके बाद ठाकुर जी के जन्म के दर्शन खुले और शयन हुई। मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया नरसिंह लीला देखने के लिए मंदिर बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।