मथुरा। नैक से ‘ए प्लस’ ग्रेड प्राप्त जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा का लक्ष्य वर्तमान व भावी शैक्षिक तथा व्यावसायिक क्षेत्रों में नवीनतम शैक्षिक अनुसंधान व तकनीकी प्रशिक्षण उपलब्ध कराते हुए एकेडमिक श्रेष्ठता के नये मापदण्ड स्थापित करना है। आज हर क्षेत्र में अनन्त सम्भावनाऐं उपलब्ध हैं। इन सम्भावनाओं को सच्चाई में बदलकर आज का युवा न केवल स्वयं सफलता के शिखर पर पहुंच सकता है बल्कि देश-समाज और मानवता के हित में भी बहुत कुछ कर सकता है। बात है सिर्फ उचित मार्गदर्शन और सही अवसर की ।
शोर-शराबे से दूर, प्रदूषण मुक्त एवं हरी-भरी भूमि पर स्थापित जीएलए विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के शैक्षिक इतिहास में सही अर्थों में एक मील का पत्थर है। वर्तमान समय में हर शैक्षणिक संस्था के लिए यह अनिवार्य हो चुका है कि वह अपने सभी छात्रों को उनके चुने हुए पसंदीदा क्षेत्र का आधुनिकतम शैक्षिक झ्र तकनीकी ज्ञान तथा अनुसंधान उपलब्ध कराये। साथ ही उनके मानसिक व रचनात्मक स्तर को भी सर्वश्रेष्ठ ढंग से विकसित करे। जीएलए विश्वविद्यालय ने प्रारम्भ से ही इस तथ्य को अपने स्वैच्छिक तथा आधारभूत सिद्धान्त के रूप में अपनाया है। यही कारण है कि जीएलए विश्वविद्यालय में हर ब्रान्च, हर विषय का पाठ्यक्रम श्रेष्ठता के सभी मापदण्डों पर खरा उतरने के साथ-साथ छात्रों में सर्वश्रेष्ठ रचनात्मक सोच को भी विकसित करता है।
कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल कहते है कि किसी भी विषय को सीखने-समझने के लिए अलग-अलग तरीके होते हैं। किसी छात्र को कोई विषय सुनकर अच्छी तरह समझ आता है किसी छात्र को पढ़कर समझ आता है किसी को वही विषय डिस्कशन के द्वारा समझ आता है तो वहीं किसी छात्र को उस विषय पर पूछे गये प्रश्नों को हल करके ।
विश्वस्तरीय तथा सुविख्यात संस्थानों जैसे कि आईआईटी एनआईआईटी से जुड़े रह चुके युवा शोधार्थियों तथा अनुभवी शिक्षकों को जीएलए विश्वविद्यालय की फैकल्टी में शामिल किया गया है। जीएलए विश्वविद्यालय के शिक्षक न केवल लैक्चर तक ही सीमित है बल्कि हर पक्ष हर बिन्दु को पूरी तरह व्यावहारिक तथा प्रायोगिक ढंग से समझाते हैं ताकि जीएलए के छात्र छात्राऐं अपने विषयों पर गहराई तक पूरी पकड़ कर सकें।
अपने छात्रों को राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की जॉब गारंटी एवं प्लेसमेन्ट हेतु पूरी तरह योग्य व सक्षम बनाने के लिए हमने हर विषय व ब्रान्च का पाठ्यक्रम तैयार करते समय नैसकॉम मैकिन्जी व वल्र्ड बैंक की रिपोट्र्स को भी पूरी तरह ध्यान में रखा है। विश्वविद्यालय में अल्ट्रा-मॉडर्न टैक्नोलोजी पर आधारित श्रेष्ठ इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है जिस कारण यहां के हर छात्र छात्रा को अपने शैक्षिक व तकनीकी ज्ञान को सर्वश्रेष्ठ स्तर पर ले जाने का पूरा अवसर मिलता है।
वर्तमान में जीएलए विश्वविद्यालय में छात्र इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग टैक्नोलोजी, इन्स्टीटयूट ऑफ बिजनेस मैनेजमैन्ट, इन्स्टीटयूट ऑफ फार्मास्यूटिकल रिसर्च व इन्स्टीटयूट ऑफ एप्लाईड साईन्सेज एण्ड हयूमिनिटीज, इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज (विधि संस्थान) एजुकेशन में उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। संस्थान को अपने 36000 से अधिक पूर्णतया सफल ‘एल्यूमनाई झ्र बेस’ (पूर्व छात्र छात्राओं) पर गर्व है। जीएलए विश्वविद्यालय वर्तमान में इन्जीनियरिंग की सभी महत्वपूर्ण शाखाओं में अन्डर ग्रेजुएट पोस्ट-ग्रेजुएट व डॉक्टरल कोर्सेज उपलब्ध करा रहा है। इसके अलावा बीटेक ऑनर्स कोर्स भी शुरूआत की गई है। प्रति वर्ष जीएलए के लगभग 86 प्रतिशत विद्यार्थियों को परीक्षा और इन्टरव्यूज के माध्यम से ही 500 से अधिक कंपनियों द्वारा चुन लिया जाता है। इसके साथ ही जीएलए विश्वविद्यालय इन्डस्ट्रियल विजिट्स गैस्ट लैक्चर्स वर्कशॉप्स, ट्रेनिंग कार्यक्रम विभिन्न प्रकार के डवलपमेंट कार्यक्रम कॉफ्रेंस सेमिनार आदि का निरन्तर आयोजन करता रहता है। जीएलए विश्वविद्यालय के आधारभूत सिद्धान्त व आदर्श कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल के संस्कारपूर्ण आदर्शों पर ही आधारित हैं।
कैपजेमिनी में 170 विद्यार्थी चयनित
दिग्गज आईटी कंपनी कैपजेमिनी ने विश्वविद्यालय में कैंपस प्लेसमेंट कर 170 छात्रों को नौकरी प्रदान की। यह बड़ी उपलब्धि विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण है। विश्वविद्यालय का ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग विश्वविद्यालय के शत-प्रतिशत छात्रों के चयन को लेकर लगातार प्रयासरत है।