मथुरा। मथुरा वृंदावन में होली का हुड़दंग चरम पर है ऐसे में यदि कहीं कोई अनहोनी हो जाए तो बड़ी बात समझी जाएगी। 2 दिन पूर्व विश्व विख्यात श्री द्वारकाधीश मंदिर में लाइसेंसी बंदूक को चेक करते समय दो फायर चल गए जिससे वहां मौजूद श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया और मंदिर में सन्नाटा पसर गया। वह तो राजाधिराज श्री द्वारिकाधीश जी की कृपा रही कि गोली किसी के लगी नहीं वरना बड़े हादसे को कोई नहीं रोक सकता था। पूरे घटनाक्रम की मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरा में रिकॉर्डिंग हो चुकी है जिसको डिलीट करने की भी प्रयास किया जा रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि श्री द्वारकाधीश मंदिर के पास लाइसेंसी बंदूक है मंदिर के अधिकारी ने अभी उनकी साफ सफाई कराई थी। उसको चेक करने के लिए होली गेट स्थित एक आर्म्स दुकान के कर्मचारी को मंदिर बुलाया गया। उस समय मंदिर में सांय कालीन दर्शन चल रहे थे। दर्शन बंद होते ही मंदिर के रोकडिया सत्यनारायण और अधिकारी डॉ अशोक वैद्य ने उसको मंदिर की बंदूक थमा दी। उसकी नादानी कहे या ना समझी उसने बिना सोचे समझे मंदिर कार्यालय के सामने ही श्रद्धालुओं की भीड़ में ही बंदूक में कारतूस भरकर उसको चेक करना शुरू कर दिया जिससे दो गोली चल गई। अचानक दो फायर होने से वहां हड़कंप मच गया। भागे-भागे मौके पर पुलिसकर्मी आए और उन्होंने बुरी तरह उसको फटकार लगाते हुए मंदिर प्रबंधन के मौजूद दोनों अधिकारियों से भी आपत्ति जताई।
मंदिर में यकायक चली गोली चलने से मंदिर प्रबंधन के हाथ पैर फूल गए। गोली चलने की घटना की जानकारी मंदिर के महंत को लगी तो उन्होंने जांच करने के लिए कमेटी को मथुरा भेजा है। कमेटी के सदस्य गुरुवार को मथुरा आ गए और उन्होंने मंदिर के अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी ली। जानकार लोगों का कहना है की बंदूक को यदि चेक करना था तो मंदिर की छत पर जाकर किया जा सकता था। सूत्रों का कहना है कि लंबे समय से मंदिर की बंदूक के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया गया हैं।