विपक्षी पार्टियों की तरह ही हिन्दुओं के आयोजनो पर रोक लगा रहा जिला प्रशासन
मथुरा। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर की व्यवस्थाओं में जुटे पुलिस व प्रशासन और नगर निगम नही चाहता है कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि के आप-पास कोई भंडारा लगे। इसको लेकर वाकायदा क्षेत्र में स्वच्छता की आड लेकर भंडारों पर प्रतिबंध का फरमान जारी किया गया है। भंडारों पर प्रतिबंध की खबर शहर में आग की तरफ फैल गई है। इसको लेकर नगर वासियों द्वारा जब नगर निगम मथुरा-वृन्दावन के महापौर विनोद अग्रवाल से जानकारी की गयी तो उनका माथा ठनक गया।
उन्होंने तत्काल इस संबध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जिला एवं पुलिस प्रशासन को भंडारों को लगाने की परमिशन जारी करने के आदेश प्रदान करने की मांग की है। इस संबंध में मेयर ने मुख्यमंत्री कार्यालय में विशेष सचिव से फोन पर भी बात की है।
वहीं शहर में पुलिस व प्रशासन के इस नये आदेश के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। लोग योगी सरकार को भी विपक्षी पार्टियों की तरह ही हिन्दु विरोधी होने का ताना दे रहे है। लोगों में चर्चा है कि जिस तरह विपक्षी पार्टियों द्वारा कांवड़ यात्रा, दुर्गा पूजा आदि पर प्रतिबंध लगाये थे। वैसे ही मथुरा में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जन्मभूमि के आसपास के क्षेत्रों को प्रशासन ने गंदगी फैलने की आड़ लेकर प्रतिबंधित कर अपनी जिम्मेदारियों से पीछा छुडाने का कार्य किया है। शहर में लोगों द्वारा इसकी खूब निंदा की जा रही है। बिदित रहे कि स्थानीय निवासियों के द्वारा पिछले काफी बर्षों से कान्हा के जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भंडारों का आयोजन किया जाता रहा है।
इस वर्ष जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा आसपास के क्षेत्र को स्वच्छता के लिए प्रतिबंधित किया जा रहा है, इसके कारण स्थानीय निवासियों में चर्चा है कि हमारे मुख्यमंत्री तो हिंदू उत्सवों को धूमधाम से मानना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन सफाई के बहाने ठीक उसी प्रकार से भंडारों पर प्रतिबंध लगा रहा है, जिस प्रकार से विपक्ष हिन्दुओं के प्रमुख पर्व कांवड़ यात्रा, दुर्गा पूजा आदि पर प्रतिबंध लगाये जाते थे। ऐसे में महापौर ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से भंडारों को लगाने की परमिशन प्रदान कराने की मांग की है।