मथुरा। निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से मरीज का उपचार करने के बावजूद कई महीनो से उनका भुगतान न होने आदि की समस्या को लेकर परेशान अस्पताल मालिकों के साथ अपर जिलाधिकारी द्वारा वार्ता की गई। अस्पताल मालिक को द्वारा उनको बताया गया कि आयुष्मान कार्ड से उपचार होने के बाद उनके भुगतान संबंधित एजेंसी द्वारा नहीं किया जा रहे कुछ अस्पतालों का दो-दो साल से बकाया लंबित है।
बैठक में जिले के उन सभी अस्पतालों के प्रबंधक अथवा उनके प्रतिनिधि वहां मौजूद थे जहां पर आयुष्मान कार्ड द्वारा लाभार्थियों को निशुल्क इलाज दिया जाता है। मौजूद डॉक्टरों ने अपनी समस्याएं एडीएम के समक्ष रखते हुए बताया कि पिछले कई महीनो का भुगतान बकाया चल रहा है अस्पतालों द्वारा कई बार सूची आदि को भेजने के बावजूद केस का रिजेक्ट किया जा रहा है। मेडी एसिस्ट टीपीए कंपनी द्वारा मरीज के डिस्चार्ज जाने के बाद अस्पताल से नाजायज मांगे करना सर्वथा अनुचित है । इसके अलावा कुछ अस्पतालों का पिछले 2 साल से का भुगतान नहीं हुआ है।
सभी बाते सुनकर एडीएम ने आश्वासन दिया कि सभी समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा एवं वहां मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेडिसिस्ट टी पी ए कंपनी द्वारा यह सुनिश्चित कराया जाए कि किसी प्रकार की परेशानियां डॉक्टर को न झेलनी पड़े क्योंकि उनका असर अंततः मरीज पर ही आएगा और सरकार द्वारा चालू की गई इस महत्वपूर्ण योजना के सफल होने में दिक्कत आएगी।
बैठक में डॉ आर के गुप्ता डॉ ललित वार्ष्णेय डॉ प्रवीण गोयल डॉ मुकेश जैन डॉ अनुराग गुप्ता डॉ रिकी मित्तल डॉ पंकज यादव डॉ आनंद डॉ अंकित आदि उपस्थित थे।