नई दिल्ली । कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में सोमवार रात 10 बजे से लेकर आगामी 26 अप्रैल तक दिल्ली में पूर्ण कर्फ्यू लगाया जा रहा है। उधर राजस्थान सरकार ने बढ़ते कोरोना मामलों के बीच राज्य सरकार ने सोमवार से 15 दिनों का लॉकडाउन घोषित कर दिया है। लॉकडाउन आज से लेकर 3 मई तक जारी रहेगा। रविवार को देर रात नई गाइडलाइन जारी की गई और लॉकडाउन को जन अनुशासन पखवाड़ा का नाम दिया गया। वहीं आवश्यक ऑफिस को छोड़कर अन्य कार्यालयों को बंद करने का आदेश दिया गया।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल पत्रकार वार्ता के दौरान इसका एलान किया है। सोमवार सुबह उपराज्यपाल अनिल बैजल संग बैठक करने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में आगामी 26 अप्रैल तक पूर्ण कर्फ्यू लगाने का एलान किया है। सूत्रों के मुताबिक, बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में लॉकडाउन लगाने जैसा सख्त फैसला लिया गया है, जो पूर्ण कर्फ्यू है। इसके तहत आगामी 26 अप्रैल तक सामान्य गतिविधियां ठप रहेंगी, लेकिन जरूरी सेवाओं को छूट दी गई है। बताया जा रहा है कि अगर कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी नहीं आई और हालात में सुधार नहीं हुआ तो 26 अप्रैल तक लागू पूर्ण कर्फ्यू को आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ रहे बेतहाशा मामलों के मद्देनजर आम आदमी पार्टी सरकार और भी कई बड़े और कड़े फैसले ले सकती है। इस बाबत बताया जा रहा है कि सोमवार दोपहर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उपराज्यपाल के साथ अहम बैठक प्रस्तावित है। इस बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल खुद डिजिटल पत्रकार वार्ता करके कई सख्त प्रतिबंधों का एलान कर सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि लॉकडाउन तो नहीं लगाया जाएगा, लेकिन लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाई जा सकती हैं, जैसी महाराष्ट्र में लगाई गई है।
कोरोना के दिल्ली में बढ़ते हुए मामलों की तेजी व दिल्ली में चिकित्सा सुविधाओं की बदतर हालत को देखते हुए दिल्ली की अनेक प्रमुख बाजार एसोसिएशनों ने आज से अपने बाजार स्वयं से बंद रखे जाने की घोषणा की है। इनमें से अनेक बाजार 25 अप्रैल तक बंद रहेंगी वहीं अन्य अनेक मार्केट ने फिलहाल फौरी तौर पर 21 अप्रैल तक अपने बाजार बंद रखने की घोषणा की है। दिल्ली की अन्य बाजार संगठनों ने आज अपनी बैठक बुलाई है जिसमें वो अपने बाजार को स्वत : बंद रखने के बारे में निर्णय लेंगे। यह बंद पूर्ण रूप से स्वैच्छिक है और किसी भी संगठन ने बंद का आह्वान नहीं किया है।
इस बीच कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल तथा कैट के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा ने आज एक बार फिर दिल्ली के उपराजयपाल अनिल बैजल एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से आग्रह किया है कि कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सरकार दिल्ली में 15 दिन का लॉकडाउन घोषित करें जिससे संक्रमण पर काबू पाया जा सके और कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके।
उधर दिल्ली में रविवार को रिकॉर्ड 25,462 नए मामले आए हैं, जो अब तक एक दिन में सर्वाधिक हैं। दो दिनों में ही 49,837 मरीज मिल चुके हैं। सक्रिय मरीजों की तादाद 75 हजार पहुंच गई है। मौत के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 161 मरीजों की मौत हो गई। थोड़ी राहत की बात यह है कि पहली बार एक दिन में 20,159 मरीज ठीक भी हुए। कोरोना का विस्फोट लोगों के लिए जानलेवा साबित होने लगा है। संक्रमण दर बढ़कर 30 फीसद के करीब पहुंच चुकी है। कोरोना की जांच कराने वाला करीब हर तीसरा व्यक्ति संक्रमित मिल रहा है। कोरोना संक्रमण के मामले 25 हजार के पार पहुंच गए हैं। कोरोना का संक्रमण इतनी तेजी से बढ़ा है कि पिछले पांच दिन में ही एक लाख तीन हजार 304 मामले सामने आ चुके हैं। इस दौरान 685 मरीजों की मौत हुई है। राजस्थान में लॉकडाउन आज से लेकर 3 मई तक जारी रहेगा। रविवार को देर रात नई गाइडलाइन जारी की गई और लॉकडाउन को जन अनुशासन पखवाड़ा का नाम दिया गया। वहीं आवश्यक ऑफिस को छोड़कर अन्य कार्यालयों को बंद करने का आदेश दिया गया।
नए दिशानिर्देशों के अनुसार पेट्रोल पंप रात 8 बजे तक खुले रहेंगे। किराना, फल और डेयरी से जुड़ी दुकानें शाम 5 बजे तक खुली रहेंगी। वहीं सब्जी विक्रेताओं को शाम 7 बजे तक अपना सामान बेचने की अनुमति दी गई है। राज्य में पब्लिक ट्रांसपोर्ट खुला रहेगा। साथ ही कारखाने और मैनुफैक्चरिग इंड्रस्टीज खुली रहेंगी। वहीं नरेगा प्रॉजेक्ट भी जारी रहेगा। नई गाइडलाइन के अनुसार सभी बाजार, मॉल, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, सिनेमा हॉल, और सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। वहीं सभी शैक्षणिक संस्थानों, कोचिंग सेंटरों, लाइब्रेरी और सामाजकि और राजनीतकि कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है।
जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी प्रकार के ऑफिस और बाजार बंद रहेंगे। बस स्टॉप, मेट्रो स्टेशन और हवाईअड्डों से आने जाने वाले यात्रियों को टिकिट दिखाना होगा। वहीं दूसरे राज्यों से आए हुए यात्रियों को आरटी-पीसीअर रिपोर्ट दिखानी होगी। नई गाइडलाइन के अनुसार गर्भवती महिलाएं अस्पताल जा सकती है। अंतिम संस्कार में केवल 20 लोग , शादियों और पार्टियों में केवल 50 लोग ही शामिल होंगे। साथ ही इंटरनेट सेवाएं, डाक सेवाएं, केबल सेवाएं आदि खुली रहेंगी।
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