मथुरा। श्री यमुना महारानी के पावन तट, श्याम घाट पर ठाकुर श्री श्यामा श्याम जी महाराज का मन्दिर, भक्ति काल के अपने ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व तथा पुष्टि सम्प्रदाय के अष्टसखाओं में से एक मात्र चतुर्वेदी ब्राह्मण छीतस्वामी जी उर्फ छीतूचौबे के प्राचीन संस्मरणों को संजोए स्थित है।
विगत दिनों प्रारम्भ, मन्दिर के जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण हो चुका है, यह कार्य शिवसेना से राज्यसभा सांसद श्रीमती प्रियंका चतुर्वेदी के प्रयासों का प्रतिफल है जिसका जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण शिला पट्टिका अनावरण समारोह कार्तिकी पूर्णिमा 27 नवंबर को होगा । इस कार्यक्रम की मनोरथी स्वयं श्रीमती प्रियंका चतुर्वेदी ही हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदित्य उद्धव ठाकरे तथा अन्य सम्माननीय अतिथि एन आर अल्लूरी ( नागार्जुन फाउण्डेशन ) हैं।
श्री यमुना महारानी के पूजन तथा ठाकुर श्री श्यामा श्याम जी महाराज के छप्पन भोग दर्शन के अतिरिक्त सत्कार संगोष्ठी का कार्यक्रम भी पूर्व निर्धारित है। कार्यक्रम के आकर्षण का केन्द्र उद्धव ठाकरे के चिरंजीव शिवसेना से विधायक एवं पूर्व मंत्री पर्यावरण एवं पर्यटन विभाग महाराष्ट्र आदित्य ठाकरे होंगे जो कि सम्भवतः आगामी लोकसभा चुनावों में प्रियंका चतुर्वेदी को मथुरा से लोकसभा प्रत्याशी के रूप में तैयारियां शुरू करने का निर्देश दे सकते हैं।
स्मरण रहे कि विगत चुनावों में प्रियंका चतुर्वेदी कांग्रेस की प्रवक्ता रहते हुए मथुरा वृन्दावन लोकसभा सीट से चुनावी रण में उतरना चाहती थी,जो कि वर्तमान सांसद हेमा-मालिनी से प्रतिद्वन्दिता की इच्छुक थी, किन्तु स्थानीय पुराने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के प्रबल विरोध के कारण यह सम्भव न हो सका, और यही एक मुख्य कारण था,कि प्रियंका चतुर्वेदी को कांग्रेस का हाथ छोड़, शिवसेना के साथ आना पड़ा। शिवसेना द्वारा उपकृत करते हुए, प्रियंका जी को राज्यसभा सांसद बनाया गया।
वही प्रियंका चतुर्वेदी एक ओर शिवसेना की ढाल लिए योगीराज श्री कृष्ण की प्राकट्य स्थली मथुरा से राजनीतिक सम्भावनाऐं तलाश रही हैं और दूसरी ओर उन पुराने स्थापित कांग्रेसियों को संदेश देने के उपक्रम में इस कवायद में जुटी है, कि शिवसेना का राजनीतिक सूर्य उत्तर प्रदेश के क्षितिज से ही उदय हो। प्रतीक्षा यह देखने की है कि योगी “आदित्यनाथ” की जन्मभूमि एवं कर्मभूमि में, “आदित्य उद्धव ठाकरे कितना सफल होते हैं।