मथुरा। फर्जी दस्तावेज के आधार पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर फार्मासिस्ट की नौकरी करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है, इस मामले की जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य महानिदेशक को दे दी गई है। इस मामले की जांच प्रारंभ हो गई है।
बताया जाता है कि फरह क्षेत्र की प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेरी परखम पर फार्मासिस्ट सत्येन्द्र पाल सिंह फर्जी रजिस्ट्रेशन के आधार पर लम्बे समय से नौकरी कर रहा है। उसने जो प्रमाणपत्र लगाया है उसकी जांच में पता चला है कि वह रजिस्ट्रेशन नम्बर (19272) किसी चन्द्रलाल चुनेरा निवासी नैनीताल का है जिसकी मृत्यु हो चुकी है। वास्तव में सत्येन्द्र पाल सिंह उर्फ सत्यपाल यादव हाईस्कूल पास है। सन् 2000 में वह इण्टर में फेल हो चुके है। शिकायतकर्ता नेत्रपाल सिंह के पत्र पर उ.प्र. स्वास्थ्य महानिदेशक ने इसकी जांच अपर स्वास्थ्य निदेशक (आगरा मंडल) अविनाश कुमार सिंह को दी है जो कि जांच की कार्यवाही कर रहे है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रचना गुप्ता का कहना है कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि फार्मासिस्ट सत्येन्द्रपाल फर्जी कागजातों के आधार पर नौकरी कर रहा है, पूरी रिपोर्ट एडी (आगरा) की जांच में ही पता चल सकेगा। जन सूचना में इसके बारे में जानकारी दे दी गई है। इस मामले की शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल को भी जानकारी दी है। सूत्रों का कहना है कि तथा कथित फार्मासिस्ट सत्येन्द्रपाल को उसके गांव के लोग सत्यपाल के नाम से जानते है। इस पर कई आपराधिक मुकद्मे भी पंजीकृत है।