-आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव ने केन्द्र व राज्य सरकार पर साधा निशाना
-जनता का उत्पीड़न बर्दाश्त ना करने की कही बात, उठाएंगे बुलंद आवाज
मथुरा। कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन लगने के बाद से ही राशन और दवाई की जमाखोरी करने वाले व्यापारियों ने जमकर मुनाफा कमाया है। सरकार द्वारा अब तक ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई न करना बेहद निंदनीय है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता गरीब जनता का यह उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर इसके लिए आवाज बुलंद की जाएगी।
उक्त विचार आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव अतुल भारद्वाज ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के दौरान लॉकडाउन लग जाने से बहुत से लोगों की आजीविका का साधन छिन गया। उनकी आमदनी के सारे रास्ते बंद हो गए। कोरोना वायरस ने गांव-गांव तांडव मचा रखा है लोगों के बीमार होने और मरने की खबर मिल रही हैं लेकिन केन्द्र व राज्य सरकार के पास इनसे निपटने के पर्याप्त साधन तक उपलब्ध नहीं है। दूर-दराज के गांवों में तो कोरोना टेस्ट ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर साबित हो रहा है। भारत में रोज मरने वालों की संख्या सरकारी आंकड़ों से काफी अधिक है लेकिन सरकारी अपनी इस नाकामी को छुपाने में लगी है।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में देश के कुछ गद्दार गरीब जनता को लूट रहे हैं। जमाखोर खाने-पीने के सामानों की जमाखोरी कर बाजार में अब इसे अधिक दामों में बेच रहे हैं। दवाई माफियाओं ने भी आवश्यक दवाओं के स्टॉक करके मोती कमाई की है। राज्य व केंद्र सरकार सब कुछ जानते हुए भी मूकदर्शक बनी हुई है। सरकार को चाहिए कि वे ऐसे जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। अन्यथा आप आदमी पार्टी के कार्यकर्ता चुप बैठने वालों में से नहीं है। गरीब जनता के हितार्थ प्रत्येक कार्यकर्ता आवाज उठाने को तैयार है। जनता का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।