मथुरा। महानगर क्षेत्र में नालों के ऊपर अतिक्रमण तथा साफ सफाई जल भराव को लेकर हो रही परेशानियों के मद्देनजर जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह ने बुधवार दोपहर भैंस बहोरा क्षेत्र में सघन निरीक्षण कर अतिक्रमण करने वाले लोगो को सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि वह समय रहते अपने अतिक्रमण हटा लें ताकि नगर निगम द्वारा नालों की ढंग से साफ सफाई की जा सके। आज दोपहर लाव लश्कर के साथ भैंस बहोरा क्षेत्र में पहुंचे जिलाधिकारी को नगर आयुक्त शशांक चौधरी व मुख्य अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार ने बताया कि क्षेत्र में यहां के रहने वाले लोगों ने नाले के ऊपर अतिक्रमण कर मकान बना लिए हैं जिससे नालों से गंदगी निकालने में निगम को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। जिलाधिकारी ने भैंस बहोरा नाले के ऊपर रखे विद्युत ट्रांसफॉर्मर को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिशासी अभियंता और एसडीओ से कहा कि वह तत्काल इसको शिफ्ट करने की व्यवस्था करें तथा नाले के अंदर पड़ी केबिलों को निकाल कर सुव्यवस्थित करें।
डीएम ने सुदामापुरी का अतिक्रमण किया हुआ पूरा क्षेत्र देखा। यहां नाले के ऊपर कब्जा करके बैठे अशोक जनरल स्टोर के मालिक को स्पष्ट चेतावनी दी कि वह यहां से अपना अतिक्रमण हटा दे वरना उसके खिलाफ अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। भैंस बहोरा व्यवसायी समिति के अध्यक्ष श्री भगवान चतुर्वेदी ने जिलाधिकारी से आग्रह किया कि उनके द्वारा मुक्त कराई गई नाले की जमीन के ऊपर एक सार्वजनिक शौचालय बनवा दें जिससे क्षेत्रीय लोगों तथा दुकानदारों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस पर जिलाधिकारी ने उनसे कहा कि पहले वह इस क्षेत्र की साफ सफाई कराकर पूरे क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराकर शौचालय बनवाया जाएगा। पत्रकारों के माध्यम से जिलाधिकारी ने नाले के ऊपर अतिक्रमण करने वाले लोगों को चेतावनी दी है कि वह अपने-अपने अतिक्रमणों को स्वयं हटा लें वरना प्रशासन अतिक्रमण को हटाकर सफाई अभियान को स्वयं आगे बढ़ाएगा। निरीक्षण के दौरान नगर मजिस्ट्रेट राकेश कुमार भी मौजूद रहे।
भैंस बहोरा क्षेत्र में अतिक्रमण के लिए नगर पालिका के सेवानिवृत्त कर्मचारी ज्यादा जिम्मेदार
भैंस बहोरा क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण के पीछे भी नगर निगम के कर्मचारी ही ज्यादा जिम्मेदार माने जा सकते हैं। इस क्षेत्र में नाले के ऊपर बनी हुई ज्यादातर इमारतें नगर पालिका के सेवानिवृत्त कर्मचारियों की है। जिन्होंने कई दशक पूर्व यहां अतिक्रमण कर न केवल सरकारी जमीन को दवाया बल्कि यहां व्यावसायिक दुकान में भी बना ली। जिससे इस क्षेत्र के नालों की वर्षों वर्ष से सफाई नहीं हो सकी है। ऐसे में जिला प्रशासन-निगम प्रशासन इन अतिक्रमणकारी पालिका कर्मियों से कैसे निपटेगा आने वाला समय ही बताएगा।