दिनेश सिंह तरकर
मथुरा। मथुरा वृंदावन को नगर निगम बने हुए साढ़े तीन वर्ष हो चुके हैं लेकिन नगर निगम के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले वाशिंदे आज भी अपनी फूटी किस्मत पर रो रहे हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं, मथुरा-वृंदावन नगर निगम के वार्ड नंबर 11 की। यहां से भाजपा पार्षद हैं शकुन्तला देवी जिन्होंने भाजपा के बैंक वोट पर चुनाव जीतकर गांव में पटलकर भी नहीं देखा कि गांव के लोग आखिर किन परेशानियों से जूझ रहे हैं। एक तरफ देश में कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी ने हाहाकार मचा रखा है। तो वहीं दूसरी ओर नगर निगम के वार्ड नंबर 11 बाद गांव के वाशिंदे बूंद-बूंद पानी के लिए मोहताज हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव वालों ने लोकसभा, विधानसभा से लेकर नगर निगम में भाजपा को वोट दिए हैं। लेकिन ग्रामीण पिछले तीन हफ्तो से पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं और बूंद-बूंद पानी के लिए मोहताज हैं। गांव में चारों ओर खारा पानी है और दो किलोमीटर दूर से ग्रामीण अपने-अपने साधनों के माध्यम से पीने के लिए पानी ला रहे हैं। लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि उनको पानी की समस्या से निजात नहीं दिला रहा है।
वहीं ग्रामीणों का यह भी कहना है कि नगर निगम चुनाव के समय ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भाजपा के पक्ष में वोट के लिए कहा था कि अगर भाजपा का पार्षद जीतेगा तो पानी की लाइन में गंगाजल आएगा। गंगाजल की बात तो छोड़िए यहां तो लोग बूंद-बूंद के लिए मोहताज हैं और पेयजल आपूर्ति पूर्ण रूप से ठप्प है। वहीं सोमवार के दिन बूंद-बूंद के लिए मोहताज महिलाओं ने वार्ड नंबर 11 बाद गांव से भाजपा पार्षद शकुन्तला देवी एवं गोवर्धन क्षेत्र के भाजपा विधायक कारिन्दा सिंह के खिलाफ गांव में पानी न आने के चलते मटके फोड़े व जमकर नारेबाजी करते हुए अपना रोष व्यक्त किया है। देखने वाली बात यह होगी कि आखिर कब जाकर नगर निगम के अधिकारी अपनी कुंभकर्णीय नींद से जागकर लोगों के लिए पेयजल आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराएंगे।