मथुरा । वृंदावन के इस्कान मंदिर से निकली जगन्नाथ यात्रा में प्रोजेक्ट मथुरा के द्वारा यात्रा के दौरान सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता का संदेश दिया गया। इस्कॉन वृंदावन द्वारा आयोजित जगन्नाथ यात्रा इस वर्ष न केवल धार्मिक आस्था का उत्सव बनी बल्कि स्वच्छता और पर्यावरणीय चेतना का प्रतीक भी रही। यात्रा के दौरान स्थानीय संपादक संगठन प्रोजेक्ट मथुरा ने सफाई अभियान चलाकर सामाजिक जिम्मेदारी का उदाहरण पेश किया। रथ यात्रा की शुरुआत राधा ऑरचिड से हुई । मसानी चौक बाजार होते हुए भरतपुर गेट तक निकाली गई जगन्नाथ यात्रा में हजारों श्रद्धालु सम्मिलित हुए। भारी गर्मी के बीच प्रोजेक्ट मथुरा के स्वयंसेवकों ने पूरे मनोयोग से मार्ग पर सफाई अभियान चलाया और यात्रियों को स्वच्छता बनाए रखने के लिए जागरूक भी किया। यात्रा के दौरान पानी की बोतलों का बड़े पैमाने पर उपयोग होते हुए देखा गया। यात्रा के बाद पर्यावरण को अनुकूल बनाने के उद्देश्य से इस्तेमाल कर फ़ेंकी गई प्लास्टिक की बोतलों को सड़कों से उठवाकर एकत्र कराने के बाद रिसाइक्लिंग के लिए भेजा गया। पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का कहना था कि हमारी कोशिश रहेगी कि यात्रा सिर्फ पवित्र ही नहीं बल्कि स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल भी बनी रहे।
श्री जगन्नाथ जी की यात्रा जहां से भी गुजरे वहां फूलों की वर्षा होनी चाहिए ना की प्लास्टिक की। इस पहल को इस्कॉन वृंदावन के आयोजकों व स्थानीय नागरिकों ने भी सराहा। संस्था का उद्देश्य धार्मिक आयोजनों के माध्यम से पर्यावरण संवेदनशीलता को बढ़ावा देना है। रथ यात्रा के समापन के साथ ही प्रोजेक्ट मथुरा का यह प्रयास पूरे क्षेत्र में संदेश छोड़ गया कि जब भक्ति में सेवा और जागरूकता का समावेश होता है तव धार्मिक आयोजन समाज में सकारात्मक परिवर्तन का माध्यम बन सकते हैं। गोविंद श्री कुशाग्र अर्पिता अमन हिमांशु आदि उपस्थित रहे।