गाजीपुर । उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में बड़ा हादसा हुआ है। महाहर धाम से 400 मीटर पहले सुलेमापुर-देवकली नहर के बगल करंट प्रवाहित तार सवारी बस में फंसने से निकली चिंगारी से बस में आग लग गई और देखते ही देखते बस धूं-धूं कर जल उठी। 32 सीटर बस में सवार पांच लोग जिंदा जल मरे। जबकि दस लोग करंट झुलस उठे, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी को इलाज के लिए मऊ और गाजीपुर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
मऊ जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र के खिरिया (काजा) गांव से निवासी नंदू पासवास की बेटी का शादी की शादी जिले के करीमुद्दीनपुर इलाके के कटेरिया मुहम्मदपुर गांव के तेज बहादुर पासवान के साथ तय हुई थी। यह शादी दोनों परिवार के लोगों की रजामंदी से महाहर धाम में संपन्न होनी थी। इसी शादी में शामिल होने के लिए लड़की पक्ष के लोग एक बस से आ रहे थे। वे दोपहर 1.46 बजे सुलेमापुर-देवकली नहर किनारे पहुंची थी लटक रहे विद्युत प्रवाहित हाई टेंशन तार बस में फंस गई और बस में आग लग गई। बस में सवार पांच लोग जिंदाजल मरे। जबकि बस में सवार दस और यात्री झुलस गए।
बस में फंसे पांच शवों को बाहर निकाला गया, जबकि घायलों को आनन-फानन में उपचार के लिए सीएचसी मरदह भेजा गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद सभी को रेफर कर दिया गया। दो लोगों को मऊ और आठ लोगों को गाजीपुर जिला अस्पताल भेजा गया। कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, डीआईजी ओम प्रकाश सिंह ने भी जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना।
सीएम ने मुआवजे का किया ऐलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने झुलसे लोगों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। सीएम के अनुसार, मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। वहीं, झुलसे लोगों को 50-50 हजार की सहायता देने का ऐलान हुआ है।