पुरी। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का शुक्रवार को शुभ दिवस है। प्रशासन ने इस कार्यक्रम को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं, क्योंकि लाखों श्रद्धालु कड़ी सुरक्षा के बीच इस वार्षिक समारोह को देखेंगे। इसी कड़ी में सुरक्षा में ओडिशा पुलिस ने अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। इसके एनडीआरएफ की टीमें भी तैनात की गयी हैं। इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो. पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. इस साल भगवान जगन्नाथ रथ उत्सव में लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है.सभी अनुष्ठान पूरे होने के बाद भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथों को खींचने की प्रक्रिया शुरू होगी. इस कार्यक्रम में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।
ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की शुरुआत हो रही है। यह भव्य यात्रा पुरी के जगन्नाथ मंदिर से शुरू होकर गुंडिचा मंदिर तक जाती है। जगन्नाथ रथ यात्रा में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। 12 दिन चलने वाली रथ यात्रा को लेकर भक्त उत्साहित हैं। वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं दी है।
आप को बता दे कि रथ यात्रा से एक दिन पहले हजारों की संख्या में भक्तों ने मंदिर के सिंह द्वार पर पहुंचकर रत्न बेदी (गर्भगृह में पवित्र मंच) पर भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के नबाजौबन दर्शन (युवा रूप) किए। मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ साल में एक बार अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर जाते हैं। यह रथ यात्रा कुल 12 दिनों तक चलेगी और इसका समापन 8 जुलाई 2025 को नीलाद्रि विजय के साथ होगा, जब भगवान पुनः अपने मूल मंदिर में लौटेंगे। हालांकि रथ यात्रा का आयोजन 12 दिनों का होता है, इसकी तैयारियां महीनों पहले से शुरू हो जाती हैं। इस रथ यात्रा के दौरान कई धार्मिक रस्में, अनुष्ठान और विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को देशवासियों को जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने एक्स पर लिखा कि पवित्र रथ यात्रा के अवसर पर मैं देश-विदेश में रह रहे महाप्रभु जगन्नाथ के भक्तों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। रथ पर विराजमान बड़े ठाकुर बलभद्र, महाप्रभु श्रीजगन्नाथ, देवी सुभद्रा और चक्रराज सुदर्शन के दर्शन करके लाखों भक्त दिव्य अनुभूति प्राप्त करते हैं। इन ईश्वरीय स्वरूपों की मानवीय लीला ही रथ यात्रा की विशेषता है। इस पुण्य अवसर पर महाप्रभु श्रीजगन्नाथ से मेरी यह प्रार्थना है कि पूरे विश्व में शांति, मैत्री और स्नेह का वातावरण रहे।
पुरी से भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि अनादि काल से यह माना जाता है कि भगवान जगन्नाथ स्वयं यहां निवास करते हैं और यहीं से वे ब्रह्मांड का संचालन करते हैं। ‘स्नान पूर्णिमा’ के बाद, पारंपरिक रूप से, भगवान बीमार पड़ जाते हैं और उनका इलाज किया जाता है। और आज, वे गुंडिचा मंदिर (अपनी मौसी के निवास) के लिए रवाना होंगे, जो 3 किमी दूर है। यह ओडिशा के लोगों द्वारा निभाई जाने वाली एक सुंदर परंपरा है… भगवान स्वयं अपने भक्तों को ‘दर्शन’ देने के लिए निकलते हैं।
अहमदाबाद में रथ यात्रा के दौरान जुलूस में शामिल एक हाथी बेकाबू हो गया और उसने अजीब व्यवहार करना शुरू कर दिया। इसे तुरंत काबू में कर लिया गया और वहां से ले जाया गया। अहमदाबाद पुलिस ने बताया कि अग्निशमन विभाग, डॉक्टर और पुलिस की टीमें मौके पर मौजूद हैं।