वृंदावन। नगर के परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालुओं की सुविधा और मूलभूत व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए नगर आयुक्त ने बुधवार को सधन निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से समूचे परिक्रमा मार्ग से अतिक्रमण हटाने के सख्त निर्देश दिए। नगर आयुक्त जग प्रवेश ने बताया कि नगर निगम मथुरा-वृंदावन का निरंतर प्रयास है कि वृंदावन की सांस्कृतिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक गरिमा को बनाए रखते हुए श्रद्धालुओं को एक स्वच्छ व्यवस्थित और सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जाए। परिक्रमा मार्ग न केवल स्थानीय नागरिकों के लिए बल्कि देश-विदेश से आने वाले भक्तों के लिए भी आस्था और अनुभव का केंद्र है जिसे संरक्षित और सुव्यवस्थित बनाए रखना निगम की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।
नगर आयुक्त जग प्रवेश द्वारा वृंदावन जोन के अंतर्गत संपूर्ण परिक्रमा मार्ग का व्यापक स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण का उद्देश्य मार्ग में हो रही सफाई व्यवस्था, जलभराव की स्थिति, ठेले-खोमचे वालों की अव्यवस्था तथा अतिक्रमण की वास्तविक स्थिति को जानना था ।
निरीक्षण में उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि संपूर्ण परिक्रमा मार्ग में उच्च स्तरीय साफ-सफाई हर हाल में सुनिश्चित की जाए। यह मार्ग लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा हुआ है इसमें किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने जलभराव की समस्या को प्राथमिकता पर लेते हुए निर्देशित किया कि जहां भी पानी एकत्र हो वहां मशीनों के माध्यम से तत्काल जल निकासी कराई जाए ताकि परिक्रमा मार्ग पूरी तरह से सूखा और सुगम बना रहे।
इसके साथ ही सहायक नगर आयुक्त अनुज कौशिक को निर्देशित किया कि परिक्रमा मार्ग में नियमित रूप से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाए ताकि श्रद्धालुओं को परिक्रमा करने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने स्पष्ट कहा कि परिक्रमा मार्ग की पवित्रता बनाए रखना नगर निगम की सर्वोच्च प्राथमिकता है। नगर आयुक्त ने यह भी निर्देश दिए कि ठेले, खोमचे और फेरी वाले सिर्फ निर्धारित बेंडिंग जोन में ही लगाए जाएं। उन्हें परिक्रमा मार्ग या प्रमुख मार्गों पर कतई न रोका जाए जिससे यातायात बाधित न हो।