मथुरा। एक सप्ताह पूर्व थाना हाईवे अंतर्गत गुरु कृपा विलास कालौनी में मुकुट श्रंगार व्यवसाई की कोठी से हुई लूट-हत्याकाण्ड की घटना का पुलिस ने राजफाश करने का दावा किया है। घटना को अंजाम ड्राईवर और उसके दोस्त द्वारा दिया है जैसा सभी को अंदाजा था।
गिरफ्तार दिखाये गये ड्राईवर से पुलिस ने मात्र 2 लाख 10 हजार रू. की नगदी, घडी एक सिक्का बरामद दिखाया है। उसका फरार साथी अभी पुलिस पकड से दूर है। पुलिस थ्यौरी के अनुसार उसी ने पूरी घटना कारित की थी।
महानगर के प्रख्यात बिल्डर शिवशंकर अग्रवाल उर्फ शंकर सेठ के समधी के हाईवे थाना क्षेत्र स्थित गुरू कृपा विलास कॉलौनी में बनी कोठी पर बीते शुक्रवार/शनिवार की रात्रि भीभत्स घटना घटित हुई थी। घटनाक्रम में अज्ञात बदमाशों ने वृन्दावन के श्रंगार मुकुट व्यवसाई कृष्ण अग्रवाल और उनकी पत्नी कल्पना अग्रवाल पर प्राणघातक हमले किए जिसमें घायल हुई ग्रहस्वामिनी कल्पना की दर्दनाक मृत्यु हो गई और कृष्ण अग्रवाल अभी भी मौत से संघर्ष कर रहे है। पुलिस ने शक-सुबहा के आधार पर उसी दिन उनके ड्राईवर मोहसिन खान पुत्र कदीर खान नि. मटिया दरवाजा डीग गेट चौकी को हिरासत में ले लिया था, जिससे लगातार पूछताछ के बाद इस वाक्ये का खुलासा किया है।
शनिवार को हुई पत्रकार वार्ता में एसएसपी शैलेश पाण्डेय ने बताया कि उक्त घटना ड्राईवर मोहसिन ने अपने दोस्त फारूख पुत्र करीम मंसूरी के साथ मिलकर की है। फारूख सेठ कृष्ण अग्रवाल को मुकुट सप्लाई करता था, उसी ने मोहसिन को उनके यहां नौकरी पर रखवाया था। फारूख और मोहसिन को कृष्ण अग्रवाल के घर-दुकान की पूरी जानकारी थी। एक महीने पहले दोनों ने लूट की योजना बनाई थी। इस बीच 2 नव. को जब सेठ जी के पुत्र गोविन्द अपनी पत्नी सुरभि बच्चों के वाराणसी चले गये। तब फारूख ने कहा कि मौका अच्छा है आज रात ही प्लान को अंजाम दिया जाये।
घटना की रात्रि फारूख मेन गेट खोलकर घर के अन्दर पहुंच गया, बैडरूम में खटपट की आवाज सुनकर कृष्ण अग्रवाल जाग गये, उन्होंने फारूख को देख कर कहा कि इतनी रात को तू घर में कैसे आ गया। इस पर तुरन्त उसने बडे स्क्रू पाना से उनके सिर पर ताबडतोड प्रहार कर दिए, वह वहीं गिर गये, शोर सुनकर कल्पना जाग गई तब फारूख ने उन पर भी बुरी तरह प्रहार किए दोनों को मरा समझ कर फारूख ने रैकी किए गये प्लान के मुताबिक अलमारियों में से नगदी, जेवरात, सोने चांदी के सामान निकाल कर बैगों में भर लिया। पहचान छिपाने व सबूत मिटाने के उद्देश्य से किचिन में लगी सीसीटीवी की डीवीआर निकाल ली। उसके पश्चात सुबह 5 बजे करीब कोठी के गेट पर खडी इनोवा कार में सब सामान रख कर वह वहां से निकल लिया और फारूख बाद पुलिस चौकी के पार्स ईट मण्डी में मोहसिन से मिला। प्लान के अनुसार मोहसिन सुबह 9 बजे कोठी पर पहुंच गया ताकि किसी को उस पर कोई शक न हो। उसने वह रो पीटकर सबको बताया कि लूट की घटना हो गयी है। उसी समय पुलिस ने उसको अपनी हिरासत में ले लिया था।
घटना के सम्बन्ध में पुलिस द्वारा किए गये इस खुलासे से आमजन संतुष्ट नजर नही आ रहे। पुलिस ने गिरफ्तार ड्राईवर मोहसिन से 2 लाख 10 हजार रू. की नगदी, तीन कलाई घडी, एक 50 ग्राम का सिक्का तमंचा बरामद दिखाया है।