नई दिल्ली। भारत के अगले नए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा होंगे। वह कल मंगलवार 13 अप्रैल को पदभार ग्रहण करेंगे क्योंकि मौजूदा मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा उसी दिन सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सुशील चंद्रा इस पद पर 14 मई 2022 तक रहेंगे। चुनाव आयोग में आने से पहले वह केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के चेयरमैन थे। उनकी इस सर्वोच्च पद पर नियुक्ति से वार्ष्णेय समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई है।
सुशील चंद्रा का जन्म 15 मई 1957 में चंदौसी शहर में हुआ था। उनके पिताजी स्थानीय एस एम इंटर कालेज में फिजिक्स के लेक्चरार रहे है। करीब तीन वर्ष पूर्व श्री चन्द्रा अपनी माताजी के स्वर्गवास होने पर चंदौसी आये थे। चंदौसी निवासी अधिवक्ता आनंद वार्ष्णेय का कहना है कि उनके मुख्य चुनाव आयुक्त बनने की सूचना से नगर में भारी प्रसन्नता का माहौल है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में श्री चन्द्रा के परिजन लखनऊ रहते है।
नव नियुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा 1980 बैच के आईआरएस (IRS) इंडियन रेवेन्यू सर्विस के अधिकारी हैं। वह एक आईआईटीयन के साथ साथ कानून के जानकार भी है। उन्होंने IIT रूड़की से बीटेक की पढ़ाई की है वहीं देहरादून के डीएवी कॉलेज से लॉ की है।
आईआरएस अधिकारी के तौर पर उन्होंने उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों में अपनी सेवा दी है। अंतरराष्ट्रीय टैक्सेशन और इन्वेस्टिगशन के क्षेत्र में उन्होंने बड़े पैमाने पर काम किया है। मुंबई में निदेशक और गुजरात में महानिदेशक (जांच) रहते हुए उन्होंने समृद्ध अनुभव हासिल किया है. इसके अलावा उन्होंगे आईआईएम बेंगलुरु, सिंगापुर, व्हार्टन आदि जगहों में विभिन्न तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में ट्रेनिंग ली है।
चुनाव आयोग में शामिल होने से पहले सुशील चंद्रा टैक्सेशन नियामक सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) यानी केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष रहे हैं। टीएस कृष्णमूर्ति के बाद वह दूसरे ऐसे IRS अफसर हैं जिन्हें चुनाव आयुक्त बनाया गया।
सुशील चंद्रा के कार्यकाल में खास बात ये रहेगी कि चुनाव आयोग देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के अलावा पंजाब, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर आदि राज्यों में विधानसभा चुनाव कराएगा। उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 14 मई, 2022 को खत्म होना है। बाकी राज्यों में भी अगले साल मार्च से मई तक विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो जाएगा।