मथुरा । इलाहाबाद हाईकोर्ट में वृंदावन स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर के कॉरिडोर के लिए 510 करोड़ रु की पेशकश करने वाला आगरा का उद्योगपति बहुत बड़ा नटवरलाल निकला है उसके खिलाफ आगरा में 22 मुकदमे धोखाधड़ी के पंजीकृत हैं। सन 2021 अगस्त में वह जेल भी जा चुका है। 5 अक्टूबर को इलाहाबाद हाई कोर्ट में प्रस्तावित बिहारी जी कारीडोर के लिए चल रही बहस में आगरा के बिल्डर प्रखर गर्ग की ओर से कहा गया था कि वह कारीडोर निर्माण के लिए 510 करोड़ रु उपलब्ध कराने को तैयार है। एक महीने में वह 100 करोड़ रु दे देगा। उसकी यह पेशकश सुनकर सभी सन्न रह गए और पूरे देश में लोग इस अप्रत्याशित दावे पर तरह-तरह की चर्चा करने लगे।
प्रखर गर्ग की हैसियत जानने के लिए मथुरा के एसएसपी ने आगरा के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर उनके इतिहास के बारे में जानकारी मांगी तो पता चला कि उसके खिलाफ आगरा में धोखाधड़ी के 22 मुकदमे थाना और विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन है। प्रखर गर्ग कमलानगर के द्वारिकापुरी में रहने वाले रियल एस्टेट और होटल व्यवसायी हैं। उसका कहना है कि मैंने अपने हलफनामे में ये नहीं कहा कि मैं रकम दूंगा। ये सब जन सहयोग से होगा। जैसे राम मंदिर के लिए लोगों ने सहयोग किया, वैसे ही बिहारी जी के लिए करेंगे। बिहारी जी के दर्शन करने हर रोज हजारों लोग आते हैं, तो 510 करोड़ की रकम जुटाना कोई बड़ी बात नहीं है। कई बडे़ ग्रुप हैं जो बिहारी जी के लिए सहयोग करते हैं उनसे मदद लेंगे।