नगर निगम की मासिक समीक्षा बैठक में नगर आयुक्त ने दिए राजस्व वसूली के कड़े निर्देश
जुलाई माह में ओटीएस स्कीम के तहत 2 करोड़ रु की वसूली पर जताया संतोष
मथुरा। सोमवार को नगर निगम की मासिक विभागीय समीक्षा बैठक में नगर आयुक्त ने अधिकारियों और कर्मचारियों के पेच कसते हुए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जनहित के कार्यों में हीला हवाली लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी सूरत में आम व्यक्ति को अनावश्यक कार्यालय के चक्कर न लगाने पड़ें ऐसी प्रभावी व्यवस्था करनी होगी। नगर आयुक्त अनुनय झा ने कहा कि जल सफाई और सड़क सीवर की शिकायत पर अविलंब कार्यवाही होनी चाहिए।
बैठक में नगर आयुक्त श्री झा ने निर्देश दिए कि तत्काल प्रभाव से निगम के ग्रामीण क्षेत्रों के वार्डो में 25-25 लाइट लगाई जाए ताकि वहां अंधेरा रहने की समस्या का निदान किया जा सके । इसके अलावा नगर निगम क्षेत्र में पढ़ने वाले जितने भी तालाब या पोखर हैं उनकी सफाई और जरूरत पड़ने पर उनको गहरा किया जा सके उसका अगले 15 दिन में सर्वे कराकर कार्रवाई की जाए। उन्होंने बैठक में सफाई को लेकर निर्देश दिए कि प्रत्येक दिन अब जेड एस ओ और मुख्य स्वच्छता निरीक्षक एक एक वार्ड का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था को चौकस रखेंगे। इसके साथ साथ स्वयं मेरे द्वारा भी औचक निरीक्षण भी किया जाएगा
नगर निगम कार्यालय में मासिक विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान प्रभारी महाप्रबन्धक जलकल द्वारा अवगत कराया गया कि मलिन बस्तियों में शुद्ध पेयजलापूर्ति हेतु क्लोरिन टैवलेट का वितरण कार्य चार अगस्त से प्रारम्भ किया जायेगा। इसके अतिरिक्त 15 अगस्त से नगर निगम क्षेत्रार्न्तगत समस्त पानी की टंकियों की सफाई का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा, इस हेतु कार्य योजना तैयार कर ली गयी है। टंकी सफाई के दौरान पेयजलापूर्ति बाधित न हो इस हेतु टैंकरों के माध्यम से पेयजलापूर्ति सुनिश्चित की जायेगी साथ ही पेयजलापूर्ति बाधित होने की सूचना दो दिवस पूर्व सार्वजनिक माध्यम से प्रसारित करायी जायेगी।
नगर आयुक्त ने निर्देश दिए कि 15 दिवस के अन्दर नगर निगम क्षेत्रार्न्तगत समस्त पोखरों का सर्वे कार्य जलकल विभाग द्वारा कराया जाये। सर्वे उपरांत सफाई कार्य हेतु कार्य योजना तैयार करायी जाये।
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी शिव कुमार गौतम द्वारा अवगत कराया गया कि ओ.टी.एस. योजना के अर्न्तगत लगभग दो करोड रू. की वसूली माह जुलाई में हुयी है जिसमें पुराने बडे बकायेदारों के घर-घर पहुंचकर टीम द्वारा वसूली कार्य किया गया है। इस हेतु समस्त वार्डों में रोस्टर अनुसार कैंप लगाये गये।
नगर आयुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि शेष बकायेदारों को पुनः नोटिस भेजकर भवन सील आदि की कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में क्षेत्रीय स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन मुख्य सफाई निरीक्षक सहित सफाई व्यवस्था का नियमित निरीक्षण करें, निरीक्षण के दौरान गन्दगी फैलाने वाले व्यक्तियों का चालान कर जुर्माने की कार्यवाही की जाये। वार्ड में लगातार अनुपस्थित चल रहे सफाई कर्मियों के विरूद्ध भी विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाये। साथ ही प्रतिबन्धित प्लास्टिक का प्रयोग, भंडारण एवं विक्रय की कार्यवाही करने वालों के विरूद्ध विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही की जाए । इसके अतिरिक्त डोर टू डोर यूजर शुल्क की वसूली भी प्रारम्भ करायी जाये। मुख्य अभियन्ता सिविल को बताया गया कि नगर निगम क्षेत्रार्न्तगत निजी कंपनी द्वारा केबिल बिछाये जाने के कार्य का निरीक्षण किया जाये। केबिल डालने के बाद जिन स्थलों पर मरम्मत कार्य नहीं हुआ है उन क्षेत्रों में सम्बन्धित संस्थाओं से समन्वय कर जल्द की सडक मरम्मत कार्य कराया जाये। जलनिगम द्वारा जिन क्षेत्रों में सीवर लाइन डालने का कार्य कराया जा रहा है उन क्षेत्रों में भी सडक मरम्मत कार्य गुणवत्ता पूर्ण कराया जाये।
बैठक में सहायक नगर आयुक्त राज कुमार मित्तल मुख्य अभियंता जितेन्द्र केन, प्रभारी महाप्रबन्धक राधेश्याम मुख्य कर निर्धारण अधिकारी एस.के. गौतम अधिशासी अभियंता एस.पी. मिश्र सहायक नगर आयुक्त लवकुश गुप्ता क्षेत्रीय स्वास्थ्य अधिकारी एस.एस. यादव सहायक अभियंता जलनिगम प्रवीन माहेश्वरी सहायक अभियंता मार्ग प्रकाश अनिल रंजन परियोजना अधिकारी डूडा रमेश कौशिक सहायक अभियंता नंदकिशोर राजकुमार दीपांकर सिंह आदि उपस्थित थे।