मथुरा। महानगर के भूतेश्वर स्थित मुकुंद धाम में आयोजित नगर निगम मथुरा-वृन्दावन की बोर्ड बैठक में आज 1492 करोड. की विकास योजनाओं का खाका खींचा गया। बैठक में सहायक नगर आयुक्त ने 51 प्रस्ताव पढे जिनमें से कुछ प्रस्तावों को संशोधन करने के आश्वासन के बाद ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। बैठक में अनुपूरक एजेंडा पूरा पास हो गया। पार्षदों को लैपटॉप और प्रिंटर देने पर सहमति बनी। यात्रा भत्ता और पार्षदों को जो मानदेय की माँग की गई है वो प्रस्ताव शासन को प्रेषित करने का निर्णय लिया गया। सनसिटी वाले जमीन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है। बोर्ड बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मथुरा वृंदावन की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आउटसोर्सिंग से 600 कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। इसके अलावा नगर आयुक्त और निगम के अधिकारियों के आवास तथा महापौर का ऑफिस बनाने के प्रस्ताव को भी सहमति प्रदान कर दी गई।
बैठक के दौरान पहली बार ऐसा देखा गया जब बोर्ड मेम्बरों ने नगर निगम के बेहतर संचालन को लेकर नगर आयुक्त सहित सभी अधिकारियों की जमकर कर तारीफ की। बैठक में महिला सदस्यों ने खास कर निगम बौर्ड के स्वच्छता पूर्ण संचालन को लेकर अधिकारियों का साधुवाद दिया। वहीं सभी अन्य सदस्यों ने भी बौर्ड के कार्यों को लेकर संतुष्टि व्यक्त की। घीयामंडी क्षेत्र की पार्षद नीलम गोयल ने पूर्व की भांति अपनी भाषाशैली से अधिकारियों का ध्यान महिला सदस्यों की दीर्घा की ओर आकर्षित करते हुए निगम के ठेकेदारों की मनमानी पर अंकुश लगाने वाले प्रस्ताव पर बौर्ड की स्वीकृति हांसिल की जिसमें उन्होंने बताया कि निगम के ठेकेदार प्रायः सडक बनाने के उपरान्त नाली आदि को बनाये बिना ही अपने बिल पास करा लेते है जिससे लोग संबंधित पार्षद पर साठ-गांठ का आरोप लगाते है।

मामले को नगर आयुक्त जग प्रवेश ने गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को संबंधित पार्षद के बिना संस्तुति के निगम ठेकेदारों का भुगतान न करने के निर्देश दिये। बौर्ड बैठक में वार्ड सं. 41 की पार्षद ने निगम को स्वच्छता के क्षेत्र में नये आयाम छूने का गौरव दिलाने वाले सफाई कर्मियों के मानदेय बढाने की मांग की तथा निगम क्षेत्र में देश में नारी शक्ति को सम्मान देने के क्रम में भारत माता की मूर्ति लगाने का प्रस्ताव रखा जिसका सभी ने समर्थन किया। पार्षद संतोष चतुर्वेदी ने बौर्ड के समक्ष सभी वार्डाें को पांच-पांच करोड. आवंटित करने का प्रस्ताव रखा। बैठक में पारित पस्तावों में वृन्दावन में 50 बसों के चार्ज की क्षमता वाला एक अतिरिक्त स्टेशन बनाने के साथ ही पूर्व में मिली बसों में 92 प्रतिशत सीटों के भरे होने के चलते शासन को 100 और बसों की डिमांड का प्रस्ताव भेजने को कहा। बैठक में पारित मांस मदिरा की बिक्री के प्रस्ताव पर अधिकांश पार्षदों ने कान्हा की नगरी के धार्मिक महत्व को देखते हुए समूचे निगम क्षेत्र में मांस मदिरा की बिक्री को प्रतिबंधित रखने की मांग की। बैठक में डीग गेट स्थित वर्तमान आजाद मार्केट को गिराकर इसके पुनः निर्माण का प्रस्ताव के साथ ही सभी वार्डों में गंगा जल उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा गया। बैठक के दौरान पार्षदों ने डोर-टू-डोर कूडा उठा रही नेचरग्रीन संस्था की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाये। वृन्दान क्षेत्र के पार्षद ने वृन्दावन में बंदरों के साथ ही ई-रिक्शाओं के आतंक की बात कही। वहीं भरतपुर गेट क्षेत्र के पार्षद हनुमान गुर्जर ने निगम क्षेत्र में निगम द्वारा दंगल का आयोजन कराने का प्रस्ताव रखा जिसका सभी पार्षदों ने समर्थन किया। बैठक में महापौर ने निगम के करों की अदायगी पर चल रही टेक्स के छूट की समय सीमा को 31 अक्टूबर तक बढाने के निर्देश दिये। बैठक के अंत में महापौर विनोद अग्रवाल ने सभी वार्डाें को 50-50 हाईमास्क लाइटों के साथ ही सभी वार्डों को विकास कार्यों के लिए 50-50 लाख रू की धनराशि आवंटित करने की घोषणा की। बौर्ड बैडक के उपरांत बजट के साथ ही अनुपूरक बजट भी पेश किया गया। इस दौरान
नगर आयुक्त ने हंगामा करने वालों के खिलाफ नगर मजिस्ट़्रेट को दिए कार्यवाही करने के निर्देश
नगर निगम की बौर्ड बैठक में आज उस समय हंगामा हो गया। जब सदर क्षेत्र के भाजपा पार्षद संजय अग्रवाल ने अपने वार्ड में विकास कार्य न होने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये तो विपक्ष के पार्षदों ने मुददे को हाथों-हाथ लेते हुए सरकार विरोध नारेबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते हंगामा इस कदर बढ गया कि विपक्ष के पार्षदों और सत्ता पक्ष के पार्षदों में धक्का-मुक्की हो गयी इस दौरान कांग्रेसी पार्षद धनंजय चैधरी का कुर्ता फट गया। हंगामे को नगरआयुक्त जगप्रवेश ने बमुश्किल नियंत्रित किया। नगर आयुक्त ने इसके उपरांत हंगामा करने वालों के खिलाफ नगर मजिस्ट़्रेट को कार्यवाही करने के निर्देश दिये। नगर आयुक्त के कडे लहजे के चलते ही बैठक की कार्यवाही पुनः सुचारू हो सकी।
25 प्रस्तावों पर चर्चा के उपरान्त शुरु हुआ प्रश्न काल
मथुरा वृंदावन नगर निगम की बोर्ड बैठक में गुरूवार को जमकर हंगामा हुआ। भाजपा के खिलाफ नारेबाजी से पार्षदों में आपस में जमकर खींचतान हुई। नौबत मारपीट तक आ गई। हालत बिगड़ने पर पुलिस को पहुंचना पड़ा।
गुरूवार को मथुरा वृंदावन नगर निगम की बोर्ड बैठक भूतेश्वर स्थित मुकुंद धाम में महापौर विनोद अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित हुई । बैठक के शुरुआत में पक्ष और विपक्ष के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसकी शुरुआत प्रश्न काल को लेकर हुई। सत्ता पक्ष का कहना था कि पहले सभी प्रस्तावों पर विचार करते हुए उनके संदर्भ में फैसला किया जाए। इसके बाद अंत में प्रश्न काल किया जाए, इसका विपक्ष के पार्षदों ने विरोध किया और इसे लेकर हंगामा शुरु हो गया। जमकर हंगामा होने लगा। सदन में पुलिस बल को देख विपक्ष के पार्षद और उग्र हो गए। किसी तरह पुलिस ने बीच बचाव की कोशिश की लेकिन विपक्षी पार्षद पुलिस बल को सदन से बाहर करने पर अड़े रहे। आख़िरकार पुलिस बल को बैठक से बाहर किया गया। इसके बाद आपसी सहमति से तय हुआ कि पहले 50 प्रतिशत प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा इसके बाद प्रश्न काल होगा। प्रश्न काल के बाद बाकी प्रस्तावों पर चर्चा होगी।
आम सहमति के आधार पर सदन में एजेंडा के अनुसार प्रस्तावों पर चर्चा होने लगी। 25 प्रस्तावों पर चर्चा के उपरान्त प्रश्न काल शुरु हो गया। प्रश्न काल में सवाल जबाव चल ही रहा था कि पार्षद ने अचानक भाजपा मुर्दाबाद का नारा लगा दिया। इसके बाद भाजपा पार्षद उग्र हो गए और संबंधित पार्षद को दबोच लिया। संबंधित पार्षद के साथ खूब खींचातानी हुई । किसी तरह से संबंधित पार्षद को बचाया गया।
नगर आयुक्त से प्रसन्न नजर आये पार्षद, की तारीफ
मथुरा। नगर निगम की बौर्ड में आज एक अभूतर्पू दृश्य देखने को मिला। बैठक के दौरान पहलीबार ऐसा देखा गया जब बोर्ड मेम्बरों ने नगर निगम के बेहतर संचालन को लेकर नगर आयुक्त सहित सभी अधिकारियों की जमकर कर तारीफ की। महिला सदस्यों ने खास कर निगम बौर्ड के स्वच्छता पूर्ण पारदर्शी संचालन को लेकर अधिकारियों का साधुवाद दिया। वहीं सभी अन्य सदस्यों ने भी बौर्ड के कार्यों को लेकर संतुष्टि व्यक्त की। कभी अधिकारियों के भ्रष्टाचार की शिकायतों की गूंज से गुंजायमान रहने वाली बौर्ड की बैठक का आलम यह था कि किसी पार्षद द्वारा वर्तमान नगर आयुक्त के कार्यकाल को लेकर कोई समस्या व्यक्त नही की गयी। पार्षद सिर्फ अपने क्षेत्र के विकास के लिए अधिक धनराशि के आवंटन पर ही अपना सारा फोकस किये हुए थे। जहां शहरी क्षेत्र के पार्षद 5 करोड की मांग कर रहे थे तो वहीं देहात क्षेत्र के पार्षद भी अपने क्षेत्र में विकास कार्यों की चाहत से बजट की मांग करते देखे गये। जिस पर नगर आयुक्त ने ग्रामीण क्षेत्र के वार्डों के लिए 130 करोड का विशेष फंड शासन से आवंटित कराने के लिए महापौर के साथ लखनऊ जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि आप सिर्फ पांच करोड की मांग कर रहे है हमने नये विस्तारित क्षेत्रों में इससे कहीं अधिक धनराशि का प्रस्ताव तैयार किया है।
















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