पटना । बिहार विधानसभा चुनाव इस बार दो चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान छह नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। राज्य में कुल 90,712 बूथ बनाए गए हैं। इनमें 203 सामान्य, 38 दलित आरक्षित और दो सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित रखी गई हैं। बिहार में इस बार 3 लाख 92 हजार पुरुष मतदाता और 3 लाख 50 हजार महिला मतदाता हैं। इसके अलावा 14 लाख नए मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। हर बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाताओं की सीमा तय की गई है।
बिहार विधानसभा चुनाव की अहम तारीखें
पहला चरण
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नोटिफिकेशन – 10 अक्तूबर
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नामांकन की आखिरी तारीख – 17 अक्तूबर
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नामांकन पत्रों की जांच की तारीख – 18 अक्तूबर
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नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख – 20 अक्तूबर
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विधानसभा चुनाव के लिए मतदान – 6 नवंबर
दूसरा चरण
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नोटिफिकेशन – 13 अक्तूबर
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नामांकन की आखिरी तारीख – 20 अक्तूबर
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नामांकन पत्रों की जांच की तारीख – 21 अक्तूबर
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नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख – 23 अक्तूबर
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विधानसभा चुनाव के लिए मतदान – 11 नवंबर
चुनाव आयोग ने पारदर्शिता के लिए 243 सीटों पर 243 ऑब्जर्वर और 38 जिलों के लिए 38 पुलिस ऑब्जर्वर की नियुक्ति की है। आयोग ने बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। सभी बूथों पर ग्राउंड फ्लोर और रैंप की सुविधा अनिवार्य की गई है। चुनाव आयोग ने बताया कि 22 वर्षों बाद बिहार में मतदाता सूची का व्यापक शुद्धीकरण हुआ है। अब राज्य का यह मॉडल पूरे देश में लागू किया जाएगा। मतदाताओं की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 1950 जारी किया गया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा बिहार की पावन भूमि पर पांच वर्षों के बाद अब विधानसभा चुनाव का आगमन हो रहा है। जैसा कि आप सबको पता है चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और यह अपनी जिम्मेदारी दो चरणों में निभाती है। पहला चरण- मतदाता सूची बनाना और दूसरा चरण- चुनाव कराना। जून 2025 से शुरू हुए एसआईआर से मतदाता सूची का शुद्धिकरण हुआ। एक अगस्त को ड्राफ्ट सूची प्रकाशित हुई और सभी राजनीतिक दलों को दी गई। एक सितंबर तक दावों और आपत्ति का समय रहा। इसमें राजनीतिक दल, बूथ एजेंट्स और नागरिकों को भरपूर समय दिया गया। उसके बाद पात्रता का परीक्षण हुआ और 30 सितंबर को फाइनल मतदाता सूची प्रकाशित हुई। अभी भी उसमें कोई अधिकारियों से गलती रह गई हो तो जिलाधिकारी के पास अपील डाली जा सकती है। किसी का नाम छूट गया हो तो नामांकन के 10 दिन पहले तक नाम जुड़वा सकता है।
आयोग ने बताया कि इस चुनाव में 17 नई पहलें की जा रही हैं, जिनमें से कई को राष्ट्रीय स्तर पर अपनाया जाएगा। साथ ही, मतदान केंद्र के ठीक बाहर मोबाइल फोन जमा कराने की व्यवस्था की जाएगी ताकि मतदान प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और बाधारहित रह सके।