-केबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने एसएसपी व सर्किल ऑफिसर को उचित कार्यवाही करने के दिए आदेश
-एसएसपी को सुनाई पीड़ित ने व्यथा
मथुरा। वर्दी वाले गुंडों की कहानी सभी ने सुन रखी होगी कैसे नकली पुलिस बनकर अपराधी क्राइम को अंजाम देते है, क्रमिनल लूट आदि करे तो सजा और जब वास्तविक वर्दी वाले हमारे रहनुमा पुलिस कर्मी अपराध करे तो किया अंजाम होना चाहिए वो भी योगी सरकार के राज में होना बहुत ही शर्मंदगी महसूस कराता है। मथुरा जिले में एक ऐसी घटना प्रकाश में आई है।
शेरगढ़ निवासी एक दंपत्ति ने थाने के दरोगा व सिपाही पर 6 लाख रुपये लूटने का आरोप लगाया है। शुक्रवार को एसएसपी से मिलने पहुंचे पीड़ित ने उन्हें प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की। इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है। वहीं पीड़ित केबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण चौधरी से मिले और अपनी व्यथा बताई। इस पर केबिनेट मंत्री ने एसएसपी व सर्किल आफिसर को जांच कर कार्यवाही के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार थाना शेरगढ़ के गांव जंघावली निवासी पप्पू उर्फ तैयब पुत्र बदलू शुक्रवार को एसएसपी कार्यालय पर पहुंचे यहां उन्होंने एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाते हुए कहा कि 20 मई को वह सुबह अपनी पत्नी हत्तो के साथ बाइक से अपनी ससुराल दौसेरस थाना गोवर्धन जा रहा था। यहां प्लाट की रजिस्ट्री करानी थी इस कारण मेरे पास 6 लाख रुपये थे जो कि बैग में रखे हुए थे। जैसे ही कौंकेरा गांव मुर्गी फार्म के पास पहुंचे तो पीछे से आई एक स्कार्पियो ने बाइक को रोक दिया। इसमें दरोगा सोनू सिंह वर्दी में था व एक सिपाही सिविल ड्रेस में था, यह दोनों गाड़ी से उतरे और मेरी पत्नी के हाथ में रूपयों भरा बैग छीन लिया। विरोध करने पर इन लोगों ने मेरी पत्नी व उसके साथ मारपीट भी की। जबरदस्ती मेरी पत्नी को बैठाकर सिपाही आजाद सिंह सेही चौकी पर ले गया। मुझे स्कार्पियों में बैठा रखा था। यहां ले जाकर मुझे व मेरी पत्नी को अवैध रूप से चौकी में बंद किया। जब गांव के अन्य लोगों को इसकी जानकारी हुई तो वह वहां पहुंचे तब जाकर हमें छोड़ा गया, लेकिन लूटे गए 6 लाख रुपये का बैग वापस नहीं किया गया।
अपनी व्यथा लेकर पीड़ित केबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के दरबार में पहुंचा और पूरी बात बताई तो सुनकर वह भी चकित रह गए। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन काल में इस तरह के कृत्य को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर पुलिस ने लूट की है तो उनके खिलाफ कार्यवाही जरूर होगी। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. गौरव ग्रोवर व सर्किल अधिकारी को फोन कर निष्पक्ष जांच करने के बाद कार्यवाही के निर्देश दिए है ।