मथुरा। मरीज का जीवन और धन बचाने के उद्देश्य से शिक्षाविद रामकिशोर अग्रवाल द्वारा सन् 2014 में रोपा गया पौधा के.डी. मेडीकल काॅलेज-हाॅस्पीटल एण्ड रिसर्च सेंटर आज वट वृक्ष बनने की ओर अग्रसर है। यह संस्थान इस समय दो नंबर पर काबिज है।
संस्थान की लगातार बढती उपलब्धियों को देखते हुए सरकर ने काॅलेज में एम.बी.बी.एस कोटा की सीटो को बढाकर अब 250 कर दिया है। इस आशय की जानकारी देते हुए संस्थान के चैयरमैन मनोज अग्रवाल ने बताया कि हाॅस्पीटल में दी जाने वाली सुविधा और सहुलियतों के साथ ही विशे़षज्ञ चिकित्सकों द्वारा दी जाने वाली सेवाओं से प्रभावित होकर बृजवासियों के साथ ही समीपवर्ती जनपदों से भी भारी संख्या में मरीजों की आमद हो रही है। उन्होंने बताया कि हाॅस्पीटल में प्रतिदिन लगभग 2000 से अधिक मरीज ओ.पी.डी. में आते है और 200 मरीजों को भर्ती किया जाता है। बताया कि हमारे हाॅस्पीटल में ओ.पी.डी. निः शुल्क है और भर्ती होने पर गरीब मरीजों के लिए कोई बैड चार्ज नहीं है, ज्यादातर जांचे भी निःशुल्क है।
संस्थान में मिलने वाली सुविधाओं के साथ ही सरकार द्वारा काॅलेज में एम.बी.बी.एस कोटा बढाने की बावत श्री अग्रवाल ने बताया कि सन् 2021 में 24 तों सन् 2022 में 55 सीटों की बावत अब यह कोटा 250 कर दिया है साथ ही उन्होंने कहा कि हाॅस्पीटल में अत्याधुनिक न्यरो सर्जरी, पीडियोटि क्स सर्जरी, गेस्टो सर्जरी, यूरोलाॅजी, कार्डियोलाजी आदि सेवाएं अनभुवी चिकित्सकों की टीम द्वारा दी जाती है। पत्रकार वार्ता में संस्थान के चिकित्सकों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि चिकित्सकों की टीम 24 घंटे परिसर में उपलब्ध रहती है। मरीजों को किसी भी आपात स्थिति में सर्वोत्तम चिकित्सा उपचार के साथ ही आपातकालीन सेवाएं,फार्मेसी, डायग्नोस्टिक और ब्लड बैंक सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। बताया कि यहां समाज को नशे से मुक्ति दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वीकृत मथुरा जनपद का एकमात्र नशामुक्ति सेंटर भी है। वार्ता में डीन और प्राचार्य डाॅ. आर. के. अशोका, चिकित्साधीक्षक डाॅ. गौरव सिंह, नेत्र रोग विभागाध्क्ष डाॅ. ए. के. जैन, कार्यकारी अधिकारी अरूण अग्रवाल आदि उपस्थित थे।