वृंदावन। समाजवादी पार्टी के व्यापार सभा महानगर अध्यक्ष अंकित वार्ष्णेय ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कोरोना के इस वीभत्स काल में व्यापारियों को राहत सुविधाएँ देने की मांग है।
पत्र में उन्होंने लिखा है कि कोविड 19 की दूसरी लहर में लगे लॉकडाउन की वजह से प्रदेश के करोड़ों व्यापारी त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। आज हर व्यापारी को विकट कठिनाइयों व समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शायद ही कोई व्यापारी होगा जिसका परिवार इस दूसरी लहर में कोरोना से बचा होगा। व्यापार बन्द है और इलाज का अभाव है। नोटबन्दी और जीएसटी से परेशान व्यापारी अभी तक सम्भला ही नहीं था कि 1 वर्ष में दो बार लॉकडाउन ने तो व्यापारी की कमर ही तोड़ दी है। प्रदेश के करोड़ों बड़े, मध्यमवर्गीय व छोटे-लघु व्यापारियों को हो रही समस्याओं व उनके जीवन यापन में कठिनाइयों को देखते हुए समाजवादी व्यापार सभा सरकार से तत्काल व्यापारियों के लिए अप्रैल व मई 2021 माह के बिजली बिल माफ करे तथा उद्योगों की कॉमर्शियल बिजली मीटर पर फिक्स्ड दर (मिनिमम चार्जेस) की जगह असल में हुई बिजली खपत का बिल ही वसूला जाए । जी०एस०टी० पंजीकृत, मंडी शुल्क देने वाले, रेहड़ी-ठेले में पंजीकृत सभी व्यापारियों, दुकानदारों, आदि को मुफ्त मेडिक्लेम बीमा की सुविधा उपलब्ध कराई जाये। कोरोना की वजह से मृत्यु होने पर जीएसटी, मंडी परिषद या किसी भी विभाग में पंजीकृत व्यापारी सरकार साथ ही साथ अपंजीकृत व्यापारी जैसे कि ठेले वाले,पटरी वाले व रेहड़ी वालों की भी मृत्यु होने पर परिवार को 10 लाख का मुआवजा दिया जाये। मजदूरों व कमजोर वर्ग की तरह ठेले,पटरी,रेहड़ी वालों को भी शासन मुफ्त राशन की व्यवस्था करे।
दुकान खुली मिलने पर पुलिस द्वारा व्यापारियों से अमानवीय व्यवहार की शिकायतें आ रही हैं। सरकार सुनिश्चित करे की किसी भी व्यापारी व आमजन के साथ भी अमानवीय व्यवहार न हो। लॉकडाउन में व्यापारी को हफ्ते में दो दिन दुकान की सफाई व जरूरी कागजात निकालने की अनुमति दी जाए। सभी विभागों के रिटर्न्स दाखिल करने की अवधि बढाई जाए। प्रदेश सरकार एनपीए की अवधि 90 दिन की जगह 180 दिन तथा व्यापारिक ऋण पर अप्रैल व मई माह का ब्याज माफ करने तथा बैंकों की किश्त पर मोराटोरियम की सुविधा देने का केंद्र सरकार से आग्रह किया जाए।