नई दिल्ली । अमेरिकी शुल्क और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट के कारण सुरक्षित निवेश के लिए लोगों की बढ़ती मांग के बीच मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत लगातार सातवें कारोबारी सत्र में मजबूत रही और 400 रुपये बढ़कर 1,06,070 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई। सोमवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,05,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, चांदी की कीमत भी 100 रुपये बढ़कर 1,26,100 रुपये प्रति किलोग्राम के एक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। मंगलवार को 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 400 रुपये बढ़कर 1,05,200 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 1,04,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।
पिछले सात सत्रों में सोने की कीमत में 5,900 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। चालू वर्ष में सोने की कीमतों में 34.35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह 31 दिसंबर, 2024 को 78,950 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। ऑग्मोंट में शोध प्रमुख रेनिशा चैनानी ने कहा, ‘‘पिछले हफ्ते एक अमेरिकी अपीलीय अदालत द्वारा व्हाइट हाउस के तथाकथित जवाबी शुल्क को गैरकानूनी बताने वाले फैसले को बरकरार रखने के बाद मंगलवार को सोने की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं।’’
अदालत ने कहा कि शुल्क अक्टूबर के मध्य तक लागू रह सकते हैं। हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस फैसले की आलोचना की और कहा कि वह इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती देंगे। जिंस बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, इस घटनाक्रम ने अमेरिकी शुल्कों के आर्थिक प्रभाव को लेकर अनिश्चितता बढ़ा दी है। इनमें से अधिकांश अगस्त में लागू हुए थे। शुल्क के खिलाफ कोई भी फैसला अमेरिका को प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ समझौतों पर बातचीत करने के लिए भी मजबूर करेगा।
इस बीच, मंगलवार को चांदी की कीमत 100 रुपये बढ़कर 1,26,100 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) के एक और रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। सर्राफा संघ के अनुसार, सोमवार को चांदी 1,26,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। पिछले तीन सत्रों में, चांदी की कीमतों में 7,100 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी आई है। इस साल अब तक चांदी ने सोने से बेहतर प्रदर्शन किया है। दिसंबर 2024 के अंत में 89,700 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर से चांदी में 40.58 प्रतिशत की उछाल आई है।
व्यापारियों ने कहा कि रुपये के गिरते मूल्य और बढ़ते वैश्विक अनिश्चितता और तनाव ने सर्राफा को एक सुरक्षित निवेश के रूप में और अधिक आकर्षक बना दिया है।
मंगलवार को, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की अनिश्चितता और कमजोर घरेलू शेयर बाजारों के दबाव के कारण, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे की गिरावट के साथ 88.18 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में, न्यूयॉर्क में हाजिर सोने की कीमतें अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से गिरकर 3,477.41 डॉलर प्रति औंस पर रही। कारोबार के दौरान, सोने की कीमत 3,508.54 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई।
एक्सिस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (जिंस) देवेया गगलानी ने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व की स्वायत्तता को लेकर चिंताओं, ब्याज दर में कटौती की बढ़ती उम्मीदों और शुल्क संबंधी अनिश्चितता के बीच हाजिर सोने की कीमतें 3,508 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गईं। इससे सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी।’’
हालांकि, हाजिर चांदी 1.08 प्रतिशत गिरकर 40.29 डॉलर प्रति औंस पर रही। विश्लेषकों ने चांदी की कीमतों में भारी गिरावट का कारण अल्पकालिक निवेशकों द्वारा अचानक की गई मुनाफावसूली को बताया।