नई दिल्ली । टाटा कैपिटल ने अपने बहुप्रतीक्षित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के पहले प्रमुख वैश्विक वित्तीय केंद्रों में निवेशक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं। कंपनी का दो अरब डॉलर (करीब 17,200 करोड़ रुपये) का आईपीओ 22 सितंबर से शुरू होने वाले सप्ताह में आएगा। मामले से परिचित सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि टाटा कैपिटल का निर्गम 30 सितंबर तक शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो सकता है और इसके वर्ष 2025 का सबसे बड़ा आईपीओ होने की संभावना है।
टाटा समूह की कंपनी ने आईपीओ को लेकर निवेशकों को जागरूक करने के लिए अगस्त से हांगकांग, सिंगापुर, लंदन, न्यूयॉर्क और भारत के प्रमुख शहरों में कार्यक्रम आयोजित किए। इनमें वैश्विक एवं घरेलू संस्थागत निवेशकों की मजबूत भागीदारी देखने को मिली। सूत्रों के मुताबिक, सफल निवेशक संपर्क से कंपनी का मूल्यांकन 18 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जबकि अप्रैल में गोपनीय माध्यम से आईपीओ दस्तावेज दाखिल करते समय यह मूल्यांकन 11 अरब डॉलर था।
अगस्त में दाखिल संशोधित मसौदा दस्तावेज के मुताबिक, टाटा कैपिटल के आईपीओ में 21 करोड़ नए शेयरों का निर्गम और 26.58 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल होगी। इसमें प्रवर्तक कंपनी टाटा संस 23 करोड़ शेयर और अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) 3.58 करोड़ शेयर की बिक्री करेंगे। फिलहाल टाटा कैपिटल में 88.6 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा संस के पास है जबकि आईएफसी की हिस्सेदारी 1.8 प्रतिशत है।
आईपीओ से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल टियर-1 पूंजी बढ़ाने और ऋण पोर्टफोलियो के विस्तार में किया जाएगा। सफल होने पर यह देश के वित्तीय क्षेत्र का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम होगा। टाटा समूह ने हाल के वर्षों में दूसरी बार अपनी किसी इकाई को सूचीबद्ध करने का फैसला किया है। इससे पहले टाटा टेक्नोलॉजीज का नवंबर 2023 में शेयर बाजार में पदार्पण हुआ था।