मथुरा । यमुना नदी का तेजी से बढ़ता जलस्तर जनपद वासियों और श्रद्धालुओं के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है। हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के चलते यमुना का प्रवाह विकराल रूप ले चुका है। इसका सीधा असर वृंदावन की पंचकोसी परिक्रमा पर पड़ा है, जहां घुटनों तक पानी भर चुका है। कोई अप्रिय घटना न हो इसलिए जिला प्रशासन ने आज एकादशी से होने वाली परिक्रमा को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया है। इसके अलावा जिलाधिकारी सीपी सिंह के निर्देश पर कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों में दो दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया है। अब स्कूलों में सोमवार 8 सितंबर से ही पढ़ाई हो पाएगी क्योंकि 5 तारीख शुक्रवार को बारावफात तथा 6 और 7 को शिक्षक पेट परीक्षा के लिए व्यस्त रहेंगे।
पहाड़ों पर हो रही निरंतर बारिश के चलते यमुना इन दिनों अपने विकराल रूप में है। उसका रौद्र रूप देखकर जहां एक ओर क्षेत्रीय लोग परेशान हैं तो दूसरी ओर जिला प्रशासन पूरी सतर्कता बरते हुए है। वृंदावन में यमुना का पानी कॉलोनियों में भर चुका है । परिक्रमा मार्ग में भी घुटनों तक पानी भर गया है। कालीदह की ओर से बिहारीजी और केसी घाट जाने वाले मार्ग पर सड़क जलमग्न हो रही है। प्रशासन ने हालातों को देखते हुए एकादशी के दिन लगने वाली परिक्रमा को फिलहाल स्थगित कर दिया है। वहीं यहां के अलावा यहां से सटी कॉलोनियों में घरों में पानी भर गया है। यमुना का पानी धीरे-धीरे रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर चुका है, जिससे स्थानीय नागरिकों में चिंता का माहौल है।
जनपद में यमुना में आई बाढ़ की सबसे बड़ी मार नौझील शेरगढ़ सुरीर मांट महावन गोकुल क्षेत्र में पड़ रही है।
यमुना के पानी को देखते हुए प्रशासन के निर्देश पर लोगों ने अपने मकानों को खाली कर दिया है। वह अपने सामान को सुरक्षित स्थानों पर ले गए हैं। निगम की ओर से कई अस्थायी ठिकाने बनाए गए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों ने यमुना में नाव संचालन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश में कहा गया है कि किसी भी स्थिति में नाव चलाना कानून का उल्लंघन माना जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान वृंदावन के केसी घाट पर जॉइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर अभिनव जैन और सीओ सदर संदीप सिंह ने नावों के संचालन को बंद कर दिया गया।
विद्युत विभाग ने निचले इलाके और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सप्लाई बंद कर दी है। एसडीओ संदीप वार्ष्णेय के अनुसार पूरे वृंदावन में कई जगहों पर बिजली की सप्लाई पानी के कारण बाधित है। जिसमें कालीदह मार्ग, श्याम नगर, मोहिनी नगर, चीर घाट, गोविंद घाट का ट्यूबवैल, केशव नगर , ब्रहमऋषि वाटिका आदि जगहों पर सप्लाई ठप्प पड़ी है।
यमुना नदी में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार बढ़ते जलस्तर और निचले इलाकों में पानी भरने की स्थिति को देखते हुए बेसिक जिला शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। बीएसए रवींद्र सिंह ने जिले में संचालित कक्षा एक से 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 4 सिंतबर तक का अवकाश घोषित किया गया है।
बीएसए ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है। आवागमन प्रभावित होने और कई मार्गों पर पानी भर जाने के कारण बच्चों को स्कूल भेजना जोखिम भरा हो सकता है। इस वजह से दो दिन तक स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि यमुना में पानी बढ़ने से कई बस्तियों और खेतों में जलभराव की स्थिति है। मौसम विभाग ने अभी और बारिश की संभावना जताई है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने दें और उन्हें नदियों व जलभराव वाले इलाकों से दूर रखें।