श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने श्रीचित्रकूटतुलसी पीठाधीश्वर से की श्रीकृष्ण जन्म भूमि विवाद को लेकर वार्ता
श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद में गवाही देने का भी दिया आश्वासन
मथुरा। श्री चित्रकूट तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य महाराज ने ऐलान किया कि जब तक शाही ईदगाह मस्जिद को हटाकर मूल गर्भ गृह पर भगवान श्री कृष्ण का मंदिर नहीं बनेगा तब तक वह बांके बिहारी के दर्शन नहीं करेंगे। साथ ही श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप को यह भी भरोसा दिलाया के वह न्यायालय में अपनी गवाही देने के लिए आवश्य जाएंगे। महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के मंदिर का निर्माण अब होकर रहेगा हमने जो नारा दिया है कि आ गए हैं अवध बिहारी अब आयेंगे कृष्ण मुरारी ये साकार होकर रहेगा।
श्री चित्रकूट तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य इन दोनों वृंदावन स्थित सुखधाम आश्रम में राम कथा का श्रद्धालुओं को रसास्वादन करा रहे हैं। बरसाना के संत पंडित बाबा, अक्षयपात्र के संत अनंतवीरदास और राम कथा के आयोजक पीपापीठाधीश्वर बलरामबाबा के संग बुधवार को श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने रामभद्राचार्य महाराज से मुलाकात की और श्री कृष्ण जन्मभूमि के विवाद को लेकर गहन मंत्रणा भी की। मुलाकात की जानकारी देते हुए महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया के महाराज जी ने राम मंदिर के मुकदमे में अपनी गवाई कोर्ट में दी थी। इसमें उन्होंने वेद पुराणों का हवाला दिया और कोर्ट को यह भी बताया था कि समुद्र से कितनी योजन की दूरी पर राम मंदिर स्थित है। इसी दौरान महाराजश्री ने यह भी ऐलान किया के जब तक मथुरा में भगवान श्री कृष्ण के मूल जन्म स्थान गर्भ गृह को मुक्त कराकर वहां पर भगवान श्री कृष्ण के भव्य मंदिर निर्माण नहीं कराया जाता है। तब तक वह श्री ठाकुर बांके बिहारी जी के दर्शन नहीं करेंगे।
चित्रकूट तुलसी पीठाधीश्वर के ऐलान से साधु संत समाज में उत्साह का असीम संचार होगा और श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास को मंदिर निर्माण की दिशा चलाए जा रहे आंदोलन को विषेश ऊर्जा और शक्ति मिलेगी जो भगवान श्री कृष्ण के भव्य मंदिर निर्माण के कार्य में मील का पत्थर साबित होगी। न्यास के अध्यक्ष ने महाराजश्री को बताया कि वह श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद विवाद के पक्षकार होने के साथ-साथ ही श्री कृष्ण जन्म स्थान के मूल गर्भगृह पर विधर्मी औरंगजेब ने मंदिर को तोड़कर बने मस्जिद को हटाकर वहां एक भव्य मंदिर निर्माण की मांग को लेकर न्यायालय में मुकदमा लड़ रहे हैं। देश-विदेश में आंदोलन भी श्री कृष्ण जन्म भूमि न्यास के बैनर चला रहे हैं। देश भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। अब तक छह- सात करोड़ लोगों ने हस्ताक्षर कर अपना समर्थन न्यास को दिया है। ऑस्ट्रेलिया में भी वृहद स्तर पर चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान की भी जानकारी श्री रामभद्राचार्य को दी।
इस पर श्री रामभद्राचार्य ने न्यास के अध्यक्ष को भरोसा दिलाया कि वह एक दिन सफल होंगे और मथुरा में भगवान का मंदिर बनकर रहेगा इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो वह कोर्ट में भगवान श्री कृष्ण मंदिर निर्माण के लिए गवाही देने को भी जाएंगे। इससे पूर्व उन्होंने संत का दुपट्टा उड़ा कर भव्य स्वागत किया और आंदोलन की सफलता का आशीर्वाद भी लिया।