लखनऊ । राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान ने जेल में बंद महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। अब जेल में बंद महिला कैदी भी करवा चौथ का पर्व अपने पति संग मना सकेंगी। राज्य महिला आयोग ने इस संबंध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजा है, जिसमें कैदी महिलाओं को करवा चौथ के दिन अपने पति के दर्शन करने की अनुमति देने की बात कही गई है। इसके साथ ही, पुरुष कैदियों की पत्नियां भी जेल में आकर इस त्योहार को मना सकेंगी।
महिलाओं के लिए विशेष अवसर करवा चौथ भारतीय संस्कृति में महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें वे अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। इस विशेष अवसर पर महिला कैदी भी अब अपने पति के साथ यह त्योहार मना सकेंगी। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान ने इस पहल से यह सुनिश्चित किया है कि जेल में बंद महिलाएं भी करवा चौथ के मौके पर अपने पति के दर्शन कर सकेंगी और पर्व की रस्में पूरी कर सकेंगी।
जेल में होंगे विशेष इंतजाम यूपी की जेलों में अब महिला कैदियों को करवा चौथ पर व्रत रखने और उनके पतियों से मिलने की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा, पुरुष कैदियों की पत्नियों को भी विशेष अनुमति दी जाएगी ताकि वे जेल में अपने पति के साथ इस पर्व को मना सकें। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं ताकि त्योहार को पारंपरिक ढंग से मनाने की व्यवस्था की जा सके।
त्योहार और व्रत के लिए विशेष व्यवस्था इससे पहले भी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता सिंह चौहान ने जेलों में महिला कैदियों के त्योहार और व्रत संबंधी आवश्यकताओं का ध्यान रखने के निर्देश दिए थे। नवरात्रि के दौरान भी व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए फलाहार की विशेष व्यवस्था की गई थी। इसी तरह करवा चौथ पर भी महिला कैदियों को उनके पतियों से मिलने और पर्व की पूजा करने की पूरी व्यवस्था कराई जाएगी।