मथुरा। द्वितीय चरण के अंतर्गत होने जा रहे मथुरा लोकसभा के चुनाव का प्रचार अब अपने चरम पर है। सभी प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने के लिए प्रत्येक हथकंडा अपना रहे हैं। किसी प्रकार की कोई कोर कसर अब छोडने को तैयार नहीं है। बुधवार को यह चुनाव प्रचार का शोर भी थम जाएगा। 26 अप्रैल को मथुरा में मतदान होना है। हालंकि आम जनता में चुनाव को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई दे रही अधिकांश मतदाताओं ने अपना मन बना लिया है कि 26 को किस पार्टी को वोट देना है।
संसदीय निर्वाचन के द्वितीय चरण में मथुरा का चुनाव हो रहा है। इसमें इस बार 15 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं, जिसमें भाजपा से सिने अभिनेत्री सांसद हेमामालिनी, कांग्रेस से मुकेश कुमार धनगर और बसपा से सुरेश सिंह के अलावा 12 उम्मीदवार निर्दलीय हैं। इनके भाग्य का फैसला 26 अप्रेल को मथुरा की जनता मतदान के माध्यम से करेगी। इसी जनता को रिझाने के लिए सभी प्रत्याशी पूरी कोशिश में जुटे हैं। स्टार प्रचारकों की जन सभाओं के साथ प्रत्याशी गांव – शहर में मतदाताओं के द्वार-द्वार दस्तक दे रहे हैं। अपनी खूबियां गिनाते हुए विरोधी उम्मीदवारों की कमियों को बता रहे हैं। इस दौरान स्थानीय मुददों के साथ राष्टीय मामलों की भी जमकर चर्चा हो रही है। अब यह चुनावी शोर 24 घंटे बाद थमने जा रहा है। 24 अप्रेल को शाम पांच बजे के बाद कोई भी प्रत्याशी खुले आम प्रचार नहीं कर सकेगा। इसी को देखते हुए अब शेष बचे इन 24 घंटों में सभी प्रत्याशियों ने अपनी ताकत झोंक दी है।
इधर जिला प्रशासन के स्तर पर तैयारियों को भी अंतिम रूप दे दिया गया है। कर्मचारियों के प्रशिक्षण पूरे हो चुके हैं। मतदान पर्चियां घरों तक पहुंचाई जा रही हैं। वाहनों के अधिगृहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, अब मंडी परिसर में उन्हें एकत्रित किया जा रहा है। राज्य स्तर पर बनाए गए पर्यवेक्षक संपूर्ण व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने 60 प्रतिशत से अधिक मतदान कराने के लिए मतदाता जागरूकता के अभियान तेज कर दिए है। मतदाताओं को उनके संवैधानिक अधिकार और मतदान की महत्वता भी समझाई जा रही है।