मथुरा। 2023-2024 वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है, मथुरा-वृन्दावन नगर निगम ने टैक्स वसूली में झंडे गाड दिये है। पिछले वर्ष जहां साल में 24 करोड़ रू. से भी कम का राजस्व एकत्रित हो पाया था वही इस वर्ष 40 करोड़ रु वसूली करने में नगर निगम प्रशासन मात्र दो-चार कदम पीछे है।
नगर आयुक्त शशांक चौधरी प्रतिदिन स्वयं राजस्व वसूली की समीक्षा कर रहे है जहां वह एक ओर लक्ष्य की वसूली करने वाले कर अधीक्षक, इंस्पैक्टर की पीठ थपथपा रहे है वहीं कुछ निष्क्रिय इंस्पैक्टर की जमकर खिंचाई कर रहे है। उनका कहना है कि वित्तीय वर्ष समाप्ति के उपरांत शत प्रतिशत वसूली का लक्ष्य प्राप्त करने के साथ-साथ अपने अपने जोन में उल्लेखनीय वसूली करने वाले इंस्पैक्टरों को प्रशस्ति पत्र देकर समानित किया जायेगा।
मथुरा-वृन्दावन नगर निगम क्षेत्र अलग-अलग जोन में बंटा हुआ है, सिटी जोन में इस बार निगम ने रिकार्ड कायम करते हुए पूर्व मंत्री, विधायक, रेस्टोरेंट मालिकों के अलावा पुलिस थाना चौकियों, जिला अस्पताल से वसूली प्राप्त कर वो कर दिखाया है जो आज तक के इतिहास में नही हुआ। अकेले मथुरा सिटी जोन ने मात्र एक माह में करीब दो करोड रू. की वसूली की है। क्षेत्रीय इंस्पैक्टर राकेश कुमार चाहर के अनुसार पूर्व विद्यायक ठा. तेजपाल सिंह उनके महाराणा प्रताप होटल पर बकाया चल रहे करीब 6 लाख रू. पूर्व कैबिनेट मंत्री सरदार सिंह से उनकी कोठी के एक लाख रू. पूर्व विद्यायक ठा. चंदन सिंह से अमर होटल और एक अन्य होटल के 5 लाख रू. पूर्व मंत्री श्याम सुन्दर शर्मा उनके भवन और विशाल मेगा मार्ट से 8 लाख रू. स्टेट बैंक मुख्य शाखा से 55 लाख रू. पूर्व आई ए एस अधिकारी के अतिथि होटल से 4.5 लाख रू. हीरा क्रिस्टल होटल से साढे तीन लाख रू. जिला अस्पताल से 62 लाख रू. किसान भवन और कॉपरेटिव ऑफिस डैम्पीयर नगर से 15 लाख, कोतवाली शहर, सदर बाजार थाना सहित कई पुलिस चौकियों से 11.5 लाख रू. टैक्स के रूप में वसूले गये है। सूत्रों का कहना है कि ये वो बकायेदार है जिन्होंने आज तक टैक्स के रूप में निगम को कोई भी धनराशि कभी भी नही दी।
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी एस.के.गौतम और कर अधीक्षक उम्मेद सिंह का दावा है कि रिकार्ड तोड वसूली से राज्य सरकार द्वारा मिलने वाली प्रोत्साहन धनराशि से मथुरा-वृन्दावन में अनेक विकास कार्य कराये जायेंगे।