मथुरा। महानगर को पॉलिथिन,प्लास्टिक मुक्त कराना प्राथमिकता में रहेगा, शहर की आशा के अनुरूप कार्य कराये जायेंगे, नागरिकों-व्यापारियों से समन्वय बना कर अतिक्रमण को हटायेंगे। उक्त उद्गार नव नियुक्त नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने आज नगर निगम में अपने कार्यालय में पद ग्रहण करने के पश्चात पत्रकारों से वार्ता करते समय व्यक्त किये।
मेरठ में सीडीओ पद पर रहे नवनियुक्त नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने आज सोमवार को मथुरा पहुंचने के बाद सर्वप्रथम वृन्दावन स्थित ठा. बांकेबिहारी जी के दर्शन कर आर्शीवाद प्राप्त किया। नगर निगम कार्यालय में चार्ज ग्रहण करने के दौरान श्री चौधरी ने बताया कि मथुरा वृन्दावन धार्मिक नगरी है। यहां करोडों की संख्या में श्रद्धालू बाहर से आते है। यहां की व्यवस्थाएं ऐसी होनी चाहिए कि बाहर से आने वाले श्रद्धालू जब वापिस जायें तो अपने साथ मथुरा की अच्छी छवि लेकर जायें चूंकि सफाई कर्मी यहां कि जनसंख्या को देख कर ही रखे जाते है जबकि बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या के सापेक्ष सफाई कर्मियों की जरूरत बनी रहती है। इसलिए शासन अवगत कराया जायेगा। जब तक अतिरिक्त सफाई कर्मी नही मिल जाते इन्हीं कर्मचारियों से साफ-सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त किया जायेगा। मथुरा-वृन्दावन में कार्य डिमांड अन्य शहरों से अलग है उसी के अनुरूप कार्य कराये जायेंगे। यहां परदे के पीछे कोई कार्य नही होगा जो भी होगा वह सबके सामने खुला हुआ होगा। शहर में अतिक्रमण की समस्या पर बोलते हुए कहा कि यू तो यह समस्या हर जिले में है लेकिन इसे हल कराने के लिए स्थानीय जनता व व्यापारियों का सहयोग लिया जायेगा। शहर की सड़कों को लेकर उन्होंने कहा कि यहां सिंगल वे सड़कें है जिन्हें टू वे कराना व बाहरी क्षेत्र में रिंग रोड़ की बहुत आवश्यकता है। इस सब बातों का ध्यान रखते हुए जनता के साथ आपसी विर्मश व सुझावों पर कार्य किया जायेगा।
प्लास्टिक पॉलिथीन को देख ख़फ़ा हए नगर आयुक्त
मथुरा। कहावत हे कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते है। ऐसा ही वाक्या उस समय देखने को मिला जब नव नियुक्त नगर आयुक्त शशांक चौधरी प्रथम बार अपने कार्यालय पहुंचे वहां उनके स्वागत में पहले से ही नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी व सभासद खडे थे। कार से उतरते ही स्वागत करने वालों ने बुक व दुपट्टा उड़ा कर स्वागत किया। वहीं कार्यालय में भी कई लोगों ने उन्हें बनावटी प्लास्टिक के फूल के बुके दिये जिन्हें देख कर वह नाराज हो गये और चेतावनी देते हुए आदेश दिया कि भविष्य में कभी भी प्लास्टिक के फूल पालिथिन में लिपटे फूल न देकर प्राकृतिक फूल या छोटे पौधे स्वागत में दें। साथ ही उन्होंने कहा कि पालिथिन प्लास्टिक का उपयोग नगर निगम कार्यालय में प्रतिबंधित रहेगा। उनकी यह बात सुन कर यह अंदाजा लगाना मुश्किल नही था कि नव नियुक्त नगर आयुक्त का पालिथिन व प्लास्टिक के प्रति क्या रूख रहेगा। अगर वह अपने इस कार्य पर अडिग रहे तो वह समय दूर नही है कि मथुरा-वृन्दावन जल्द ही प्लास्टिक मुक्त हो जायेगा।