मथुरा/ वृंदावन। आर्य समाज की पूरे भारत में अलख जगाने वाले गुरुकुल विश्वविद्यालय वृंदावन की जमीन को रातों-रात भूमाफियाओं द्वारा बेच दिया गया इसकी भनक किसी को कानों का नहीं लगी लेकिन जब मामला गुरुकुल के पदाधिकारी के संज्ञान में आया तो गुरुकुल के पदाधिकारियों ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई।
वृंदावन कोतवाली में आचार्य हरि शरण द्वारा दर्ज कराई गई एफ आई आर में कहा गया है कि गुरुकुल वृंदावन की स्थापना 1905 में हुई थी इसी संस्था में गुरुकुल संस्थान चलता है जहां पर छात्र वेद व्याकरण एवं संस्कृति की शिक्षा ग्रहण करते हैं तथा इसके हजारों छात्र आज भी देश-विदेश में सेवा कर रहे हैं इसके साथ ही 119 वर्षों से गुरुकुल का आधिपत्य चला आ रहा है वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों ने साजिश के तहत फर्जी वसीयत भी कर दी है जिसमें बताया गया कि बीती 6 जून की शाम को करीब 7 बजे दो कारों बैठकर करीब सात व्यक्ति गुरुकुल वृंदावन आए जहां उन्होंने परिसर में घुसकर फीता डालकर जमीन की नापतोल करने लगे तथा तरह-तरह की धमकियां देने लगे इस मामले में जब उन्होंने कहा कि यह संपत्ति गुरुकुल विश्वविद्यालय वृंदावन की है तो उन्होंने कहा कि उन्होंने इसे 68 लाख में खरीदा है यदि 2 करोड रुपए हमें दोगे तो हम तुम्हें ज़मीन वापस देंगे इसके बाद कई बार इन्होंने गुरुकुल की भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए हुए पत्र के आधार पर वृंदावन पुलिस द्वारा देर रात्रि को गंभीर धारा में 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।
एफआईआर में इस्माइल शाह पिता स्व. बाबू शाह मोहल्ला व्यापारियांन थाना राया मथुरा असलम शाह पिता का नाम स्व. कमरू शाह मोहल्ला व्यापारियन थाना राया यूनिस पिता इशाक मोहल्ला व्यापारियन राया जैतून शाह पति का नाम इस्लाम शाह मोहल्ला व्यापारियांंन वशीरन पति का नाम इशाक मोहल्ला व्यापारियन राया राजेश शाह पिता का इस्लाम शाह व्यापारियन राया के आलावा गिरीश कुमार अग्रवाल पुत्र स्व. श्रीनिवास निवासी तिवारी का बड़ा धोली प्याऊ कोतवाली नीलम अग्रवाल पति गिरीश कुमार अग्रवाल तिवारी का बड़ा धोली प्याऊ महेश शर्मा पुत्र मुंशीलाल इनकम टैक्स ऑफिस के पास सौंख रोड़ थाना कोतवाली यूनुस पुत्र भूरा कसाई पाड़ा शहजाद वेग पुत्र नवाब बेग गली अहिरेयन डीग गेट वीरेंद्र शर्मा पुत्र मुंशीलाल गुरु नानक नगर के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है जिस पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। आर्य समाज की संपत्ति को रातों-रात फर्जी तरीके से बेचे जाने के बाद आर्य समाज में खासा आक्रोश है तथा सभी आर्य समाज ने इसमें निष्पक्ष जांच तथा दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बताया जाता है उक्त मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आ चुका है तथा मुख्यमंत्री ने भी इस पर कड़ी नाराजगी जताई है। जिला प्रशासन ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है।