मथुरा। संस्कृत भारती ब्रजप्रांत मथुरा महानगर द्वारा स्थानीय सरस्वती शिशु मन्दिर दीनदयाल नगर में भागवताचार्य आलोक चतुर्वेदी बैंकर शास्त्री का स्वागत सम्मान किया गया।
इस अवसर पर ज्योतिषाचार्य पंडित कामेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने पं आलोक चतुर्वेदी बैंकर शास्त्री का परिचय देते हुए कहा कि परिवार, माता पिता और गुरुजनों के द्वारा दिए गए संस्कारों के कारण पं आलोक चतुर्वेदी बैंकर बाल्यावस्था से ही संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार में अपने को समर्पित किए हुए हैं। सम्मान समारोह में संस्कृत भारती ब्रजप्रांत मथुरा महानगर अध्यक्ष आचार्य ब्रजेन्द्र नागर ने कहा कि पं आलोक चतुर्वेदी बैंकर शास्त्री ने बहुत ही छोटी आयु में ही संस्कृत भाषा का अभ्यास करना प्रारंभ कर दिया था ।
कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य मुरलीधर चतुर्वेदी द्वारा वैदिक व पौराणिक मंगलाचरण से किया गया। हरस्वरुप यादव द्वारा संस्कृत ध्येय मंत्र का पाठ किया गया।
इस अवसर पर पं आलोक चतुर्वेदी बैंकर शास्त्री ने संस्कृत भारती ब्रजप्रांत मथुरा महानगर के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संस्कृत भारती ब्रजप्रांत मथुरा महानगर द्वारा संस्कृत भाषा को जनसाधारण की भाषा बनाने के उद्देश्य से संस्कृत संभाषण शिविर, प्रशिक्षण वर्ग, अभ्यास वर्ग, प्रबोधन वर्ग, संस्कृत बाल केन्द्र आदि के माध्यम से संस्कृत भाषा के प्रति जागरूकता पैदा की जा रही है वह अत्यंत सराहनीय है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए पूर्व पार्षद संस्कृत भारती मथुरा महानगर प्रचार प्रमुख रामदास चतुर्वेदी शास्त्री ने कहा देववाणी संस्कृत भाषा को वर्तमान में विश्व के अनेक देशों में ज्ञान व विज्ञान की भाषा के रुप में स्वीकार किया जा रहा है। कार्यक्रम के अन्त में संस्कृत भारती महानगर सहमंत्री भगतसिंह आर्य द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया ।