नई दिल्ली । चाणक्यपुरी के नेवी स्कूल, द्वारका के सीआरपीएफ स्कूल और रोहिणी के एक स्कूल में ईमेल के जरिए बम की धमकी मिली है। दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है और बम निरोधक दस्ता मौके पर मौजूद है। अभी तक कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 8 बजे प्रशांत विहार और द्वारका सेक्टर 16 के सीआरपीएफ स्कूलों के साथ-साथ चाणक्यपुरी के एक अन्य स्कूल से बम की धमकियों के संबंध में पुलिस को फोन आए। उन्होंने कहा,”पुलिस टीमें तुरंत स्कूल परिसर की जांच के लिए रवाना हो गईं।”
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह ने कहा कि इलाके को तुरंत सैनिटाइज किया गया। स्थानीय पुलिस, स्निफर डॉग और बम निरोधक दस्ते स्कूल पहुंचे और उचित जांच की है। उन्होंने आगे कहा कि साइबर पुलिस विशेषज्ञ ईमेल के स्रोत का पता लगा रहे हैं। मई में, शिक्षा निदेशालय (DoE) ने दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करते हुए और राष्ट्रीय व स्थानीय एजेंसियों के समन्वय से, दिल्ली के स्कूलों में बम की धमकियों से निपटने के लिए 115-बिंदुओं वाली मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की थी। यह एसओपी सरकारी, सहायता प्राप्त, अल्पसंख्यक और मान्यता प्राप्त गैर-सहायता प्राप्त निजी स्कूलों पर लागू होती है। स्कूलों को नियमित रूप से मॉक ड्रिल आयोजित करनी होगी, निगरानी प्रणाली स्थापित करनी होगी और कड़े पहुंच नियंत्रण लागू करने होंगे। स्कूलों के प्रमुख पुलिस और आपदा सेवाओं के समन्वय से आपातकालीन प्रतिक्रियाओं का प्रबंधन करेंगे, जबकि शिक्षकों और छात्रों से सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की उम्मीद की जाती है। SOP में कहा गया है कि हर धमकी को सही माना जाएगा और अधिकारियों को तुरंत सूचित करने का आग्रह किया गया है, साथ ही घबराहट न फैलाने की बात भी कही गई है।