मथुरा। हाल ही में 5 जुलाई से 12 जुलाई तक आयोजित हुए प्रसिद्ध मुड़िया मेला- 2025 के दौरान उत्तर मध्य रेलवे द्वारा तीर्थयात्रियों को सुगम और आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान कराया है। इसके लिए 208 मेला स्पेशल ट्रेनें चलाईं। इनमें से 68 अन्य सेवाएँ भी विस्तारित की गई हैँ।
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी के अनुसार मुड़िया पूर्णिमा मेला के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से लाखों श्रद्धालु गोवर्धन की परिक्रमा करने आते है । इसमें एक बड़ी संख्या रेल द्वारा मथुरा और गोवर्धन पहुँचने वालों की होती है। इसे ध्यान रखते हुए इस बार उत्तर मध्य रेलवे प्रशासन ने मेले में अधिक यात्रियों के दृष्टिगत विशेष ट्रेन सेवाओं का संचालन एवं नियमित्त सेवाओं का विस्तार किया है। मेले के दौरान यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने 208 मेला स्पेशल ट्रेनें चलाईं। इनमें से 68 अन्य रेल सेवाएँ विस्तारित भी की गई थीं। इससे दूर-दराज से आने वाले तीर्थयात्रियों को भी मथुरा तक सीधी पहुँच मिल सकी। इन विशेष ट्रेनों को चलाने का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के अपने गंतव्य तक पहुँचाना और वापसी यात्रा को भी सुगम बनाना था।
इसके अलावा तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को समायोजित करने के लिए विभिन्न नियमित ट्रेनों में 40 अतिरिक्त कोच भी जोड़े गए। इन अतिरिक्त कोचों ने यात्रियों को भीड़भाड़ से राहत दिलाई और यात्रा को अधिक आरामदायक बनाया। इसके साथ ही, चार महत्वपूर्ण मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को मथुरा में अस्थायी ठहराव प्रदान किया गया। इस कदम से इन प्रमुख ट्रेनों से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को सीधे मथुरा स्टेशन पर उतरने की सुविधा मिली।
पिछली बार से 25 प्रतिशत ज्यादा परिक्रमर्थी आए मथुरा गोवर्धन
मुड़िया मेला 2025 की अवधि के दौरान, उत्तर मध्य रेलवे ने 3.65 लाख आउटवर्ड यात्रियों को सेवा प्रदान की। यह संख्या पिछले वर्ष की मेला अवधि की तुलना में लगभग 25% अधिक है। यात्रियों की संख्या में वृद्धि के साथ रेलवे को 3.16 करोड़ रुपये का राजस्व भी प्राप्त हुआ जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 25% अधिक है। यह वित्तीय उपलब्धि रेलवे द्वारा प्रदान की गई कुशल और व्यापक सेवाओं का प्रत्यक्ष परिणाम है।