मथुरा। प्रदेश के पूर्व ऊर्जा मंत्री और भाजपा विधायक श्रीकांत शर्मा के तेवर स्थानीय प्रशासन के खिलाफ उग्र होते जा रहे हैं। जहां उन्होंने पिछले एक पखवाड़ा पूर्व यमुना प्रदूषण को लेकर नगर निगम के अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ा तो वही आज उन्होंने वृंदावन की चरमराई यातायात व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। उनकी सोशल मीडिया फेसबुक आदि पर टिप्पणी को देखकर समूचे मथुरा जिले में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं। अभी तक उनके द्वारा उठाए गए दोनों मुद्दे शासन प्रशासन के खिलाफ माने जा रहे हैं जनता लंबे समय से इन मुद्दों को लेकर अपनी आवाज उठाती रही है इसका समर्थन अब विधायक श्रीकांत शर्मा सार्वजनिक तौर पर कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर विधायक श्री शर्मा के द्वारा डाली गई पोस्ट में वृंदावन नगर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर आगरा मंडल के कमिश्नर और डीआईजी से उन्होंने मुख्यमंत्री योगी के निर्देशों का हवाला देते हुए तत्काल निदान की मांग की है। फेसबुक पर उनकी पोस्ट पढ़कर स्थानीय अधिकारी सकते में है। इससे पूर्व उन्होंने फेसबुक पर 30 जून को विश्राम घाट पर यमुना की गंदगी का वीडियो पोस्ट किया था तब उसको देखकर ब्रजवासियो के कान खड़े हुए थे कि भाजपा विधायक को अचानक कैसे यमुना की सुध आ गयी। ख़ास बात ये है कि उन्होंने अपनी दोनों पोस्ट में जिलाधिकारी एसएसपी मथुरा का कही भी कोई उल्लेख नहीं किया है। उनके द्वारा डाली गयी पोस्ट पर काफी तीखे कमेंट भी लोगों द्वारा किए जा रहे है।
रविवार को उन्होंने फेसबुक पर अपनी पोस्ट में कहा है कि वृन्दावन की यातायात व्यवस्था लम्बे समय से ध्वस्त है। प्रशासनिक निष्क्रियता की स्थिति यह है कि आज प्रातः 7:45 से 8 बजे के मध्य मल्टी लेवल पार्किंग, प्रेम मंदिर तिराहा आदि नाकों पर एक भी सिपाही तैनात नहीं था और बाहरी वाहन लगातार प्रतिबंधित मार्गों में प्रवेश कर रहे थे। इसके अतिरिक्त वाराह घाट, सुनरख रोड पर बड़ी संख्या में प्राइवेट वाहन खड़े थे और लगभग सभी प्रमुख मंदिरों तक पहुँचने वाले मार्गों पर ऐसे वाहनों एवं अस्थायी अतिक्रमण के कारण दिन के अधिकांश समय जाम की स्थिति बनी रहती है जिससे आगंतुक श्रद्धालु और स्थानीय ब्रज-जन दोनों त्रस्त हैं।
माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सख्त निर्देश हैं कि मथुरा-वृन्दावन की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए, मथुरा- वृन्दावन के सभी प्रमुख मार्ग विशेष रूप से प्रमुख मंदिरों तक जाने वाले मार्ग अस्थायी अतिक्रमण एवं जाम से मुक्त हों तथा रेहड़ी-पटरी पर सामान बेचने वालों के लिए वेंडिंग जोन बनाए जायें। शैलेन्द्र सिंह, आयुक्त, आगरा एवं शैलेश कुमार पांडे, डीआईजी, आगरा इसका संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री के आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित करें।