– उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष के निर्देश पर जांच को पहुंचे अधिकारी
– बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य मानकों के अनुरूप नहीं मिला, उखड़ा हुआ था प्लास्टर
मथुरा। बरसाना के निकट गांव करहेला स्थित वज्रनाथ समाधि स्थल पर बनाई जा रही बाउंड्रीवाल निर्माण को मानकों के अनुरूप न पाए जाने पर गिरा दिया गया है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र से की थी। जांच दौरान पाया गया कि नवनिर्मित बाउंड्रीवाल का प्लास्टर उखड़ रहा है।
छाता तहसील अंतर्गत बरसाना के निकट गांव करहेला में भगवान श्रीकृष्ण के प्रपौत्र वज्र नाभ की समाधि है। धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से यह स्थल काफी लोकप्रिय है। यहाँ महाप्रभु जी की बैठक भी है। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा वज्रनाभ समाधि स्थल का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। 2.71 करोड़ की लागत से सौंदर्यीकरण अंतर्गत समाधि, यात्री सेड, कुंड, बाउंड्रीवाल, सम्पर्क मार्ग आदि का बनाया जा रहा है।
क्षेत्रीय ग्रामीणों ने यहाँ निर्माणाधीन बाउंड्रीवाल का प्लास्टर उखड़ने की शिकायत उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र से की। उन्होंने सीईओ श्याम बहादुर सिंह को जांच के निर्देश दिए। मंगलवार को सीईओ श्याम बहादुर सिंह और विकास प्राधिकरण के सचिव अरविंद द्विवेदी ने स्थलीय निरीक्षण किया। जांच दौरान बाउंड्रीवाल के निर्माण कार्य में निर्धारित मानकों का पालन नहीं मिला। बाउंड्रीवाल का प्लास्टर उखड़ रहा था। निरीक्षण उपरान्त सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने निरीक्षण रिपोर्ट उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र को सौंपी। साथ ही मानकों के अनुरूप निर्माण कार्य न मिलने पर बाउंड्रीवाल को गिराने के आदेश दिए। इस पर बुधवार को उक्त बाउंड्रीवाल को जेसीबी से गिरा दिया गया।
सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि वज्रनाभ समाधि स्थल का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। यहाँ बाउंड्रीवाल का निर्माण मानकों के अनुरूप नहीं मिला है। निर्माण कार्य में मीठे पानी का उपयोग नहीं किया गया। इससे बाउंड्रीवाल का प्लास्टर उखड़ गया है। इस पर बाउंड्रीवाल को गिराया गया है। ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट किया जा रहा है।