मथुरा। गहवर वन बचाओ आंदोलन के प्रणेता तथा योगाचार्य बंशीधर अग्रवाल ने बताया कि हास्य योग व्यायाम ऐसा है अगर व्यक्ति रोजाना दिन में एक बार खुलकर हंसे तो उसे कोई भी बीमारी नहीं होगी उसको कोई रोग भी नहीं होगा इसलिए समय निकालकर प्रति दिन व्यक्ति को रोजाना किसी न किसी बात पर ठहाका लगा -लगा कर हंसना चाहिए।
67 बर्षीय बंशीधर अग्रवाल ने 7 साल की उम्र से प्रातः 4 बजे उठते है तथा 5 किलोमीटर रोजाना घूमने जाते हैं 1 घंटे रोजाना व्यायाम तथा प्राणायाम करते हैं खुद हंसते हैं और दूसरों को रोजाना हंसाते हैं। दो-तीन महीने के छोटे बच्चों को भी हंसाया जा सकता है।
योग दिवस के अवसर पर उन्होंने सरकार से मांग की है कि योग और प्राणायाम को देश के प्रत्येक क्षेत्र में अनिवार्य रूप से लागू किया जाए तभी तो हमारा देश बलशाली बनेगा और जिस तरह का युद्ध का वातावरण संसार में चल रहा है उससे टक्कर हमारी जनता ले सकेगी।
लोग पूछते हैं कि योग इतना अच्छा है तो सभी लोग क्यों नहीं करते इसलिए नहीं करते की योग का शरीर पर प्रभाव 2 साल से लेकर 5 साल में आदमी को अपने शरीर में बदलाव दिखता है हम चाहते हैं कि हमको परिणाम तुरंत मिले कुछ रोगों में तो तुरंत मिल जाता है बाकी समय लगता है।
भारतवर्ष के 10% जनता ठीक तरह से पानी पीती हैं वाकी जनता को शुद्ध पानी नहीं मिलता और और मिलता भी है तो वह कम पानी पीती है जिससे उसको अनेक रोग होते हैं उसको कम से कम ढाई से तीन लीटर रोजाना पानी पीना चाहिए