मथुरा । ब्रज क्षेत्र के गृहस्थ संत कहे जाने वाले उद्योगपति सेठ सुरेश चंद्र अग्रवाल आज पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। गुरुवार प्रातः शहर के ध्रुव घाट स्थित श्मशान घाट पर कोरोना प्रोटोकाल के तहत सुरेश चंद के पार्थिव शरीर को उनके एक मात्र पुत्र सुनील अग्रवाल द्वारा मुखाग्नि दी गई। इस दौरान भारी संख्या में मौजूद लोगों की भीड़ को दूर कर दिया गया। अंतिम संस्कार के दौरान उनके नातेदार रिश्तेदार और परिचित कोराना किट पहने नजर आए। इस दौरान मौजूद अधिकांश लोगो की आखे नम दिखाई दी। हर व्यक्ति सुरेश चंद्र जी के कार्यों की अपनी शैली से बखान कर रहा था। अंतिम संस्कार के दौरान सतीश चंद्र अग्रवाल ब्रजवासी राजीव अग्रवाल ब्रजवासी रवि अग्रवाल ब्रजवासी नारायण दास अग्रवाल जीएलए नीरज अग्रवाल जीएलए भाजपा नेता एस के शर्मा प्रमोद कसेरे त्रिलोक चौधरी सहित दूर दराज से आये स्वीटी सुपारी के डीलर श्मशान घाट पर मौजूद रहे। शमशान घाट को फूलों से सजाया गया। दिल्ली से आज प्रात : उनका शव एम्बूलेंस से सीधा श्मशान घाट पर ही लाया गया।
परिजन कन्हैया अग्रवाल के अनुसार उठावनी कल शुक्रवार को सांय तीन से चार के बीच मसानी बाईपास पर परिणय गार्डन से आगे बने एक्जोटिक गार्डन पर होगी। उनके निधन पर आज विभिन्न संस्थाओ दवारा शोक सभा कर श्रन्दांजलि व्यक्त की जा रही है।
हिंदूवादी नेता बिजेंद्र नागर के अनुसार प्रमुख उद्योगपति, समाजसेवी, धार्मिक आयोजनों में सदैव अग्रणीय भूमिका में रहने वाले हिन्दू हितचिंतक विभिन्न धार्मिक सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक संस्थानों के संरक्षक सर्व समाज के प्रेरणास्रोत सुरेश चंद्र अग्रवाल स्वीटी सुपारी वालों के गोलोकवास हो जाने से हिन्दू समाज की अपूर्णनीय क्षति हुई है। वे अत्यंत सरल स्वभाव मृदु भाषी मिलनसार सरल और सहज थे और सभी को मदद करना उनका स्वभाव बन गया था। उनके अचानक स्वर्गवास हो जाने से सभी सेवा संस्थानों में गहरा शोक पसर गया।
शोक सभा में श्रीमती कमलेश अरोड़ा राजीव कृष्ण अग्रवाल प्रदीप अग्रवाल बल्देव अग्रवाल योगेश उपाध्याय आवा अजय शर्मा डॉ दीपा अग्रवाल अजय अग्रवाल सर्राफ गंगा घर अरोड़ा राजेन्द्र सिंह होरा अवधेश उपाध्याय राजकुमार अग्रवाल टैंट रामदास चतुर्वेदी पार्षद मुकेश शर्मा आदि समस्त पदाधिकारी एवं सदस्य गण मौजूद रहे।